VIDEO: रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर बोला हमला, कहा- कुछ लोग संघ को दुश्मन मानते हैं
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मध्य प्रदेश में राहुल के मंदिर जाने और प्रचार के शंखनाद करने पर जमकर चुटकी ली
नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्यप्रदेश दौरे पर हैं. भोपाल में उनका एक लंबा रोड शो हो रहा है. चुनाव की तैयारियों के बीच राहुल का यह रोड शो कितना हिट होता है, राहुल कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना पाते हैं या नहीं ये तो बाद के प्रश्न हैं. लेकिन उनके रोड शो शुरू होने से पहले ही बीजेपी ने उन पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जी मीडिया के साथ हुई खास बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश में राहुल के मंदिर जाने और प्रचार के शंखनाद करने पर जमकर चुटकी ली. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी जहां चाहे वहां जाएं. मंदिर जाएं मस्जिद जाएं जहां जाना चाहे जाएं. जनता कांग्रेस को समझती है और उसके काम को समझती है."
कुछ लोग संघ को दुश्मन मानते हैं
रविशंकर प्रसाद ने दूसरे दलों के नेताओं को मिले संघ के न्योतों पर बात करते समय कहा, "कुछ लोग संघ को दुश्मन मानते हैं. विरोधी दलों का मन खुला हुआ है तो आज मोहन भागवत के कार्यक्रम में जाना चाहिए." इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत के सोमवार से शुरू हो रहे 3 दिवसीय व्याखनमाला में विपक्षी दलों के नहीं भाग लेने पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें जमकर आड़े हाथों लिया. रविशंकर ने कहा, "जो लोग संघ के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहते हैं, उनको इस संवाद कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए."
आप विचार-विमर्श से क्यों भाग रहे हैं?
संघ के बारे में बात करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री ने आगे कहा, "संघ एक राष्ट्रवादी प्रमाणिक संगठन है. बाढ़ हो तो उसमें काम करते हैं, सूखा होता है तो उसमें काम करते हैं. राष्ट्रवाद का काम करते हैं. संघ संवाद में विश्वास करता है. आइए, हमारी बात सुनें." विरोधी दलों के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "दिक्कत क्या है कि कुछ लोग संघ को दुश्मन मानते हैं और हम लोग दुश्मनी की राजनीति नहीं करते. आप हमारे वैचारिक विरोधी होंगे, हमारे दुश्मन नहीं हैं. संघ ने संवाद में आपको बुलाया है, आप जाइए सुनिए. अच्छी लगे तो आपके ऊपर, नहीं लगे तो आपके ऊपर. लेकिन आप विचार-विमर्श से क्यों भाग रहे हैं? यह दिखाता है कि इन लोगों की राजनीति दूसरे आधार पर चलती है."
अंत में कहा- आपका मन खुला है तो जाइए
अंत में रविशंकर ने कहा, "अपेक्षा करुंगा कि उनको जाना चाहिए इस कार्यक्रम में, भाग लेना चाहिए. जो लोग विरोध की बात करते थे आज कहां हैं राजनीति में. अगर आपका मन खुला है तो जाइए."