लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ समय-समय पर मोर्चा खोलने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बीजेपी के साथ जाने को फिर तैयार हो गए हैं. लेकिन अभी भी राजभर ने कुछ शर्तें रखी हैं.


क्या हैं ओम प्रकाश राजभर की शर्तें?


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ओम प्रकाश राजभर की शर्तें हैं कि बीजेपी जातीय जनगणना कराए, घरेलू बिजली का बिल माफ करे, एक समान अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करे. इसके अलावा भी राजभर की कई शर्ते हैं. उन्होंने कहा कि हमको विधान सभा चुनाव 2022 में बीजेपी के साथ आने में कोई आपत्ति नहीं है. अगर बीजेपी उनकी शर्तों को मानेगी तो वो उनके साथ भी जा सकते हैं. राजनीति में संभावनाएं बनी रहती हैं. जो पार्टी हमारे मुद्दों के साथ आएगी हम तो उसका साथ देंगे.


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बीजेपी के पास ये मांग लेकर गए थे राजभर


राजभर ने कहा कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लेकर हम बीजेपी के पास गए थे, लेकिन बीजेपी ने हमारी बात नहीं मानी. अगर बीजेपी ये बात अब भी मान ले तो हम उसके साथ जा सकते हैं.


उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय समिति के अलावा शराबबंदी, पुलिस की बॉर्डर सीमा, पुलिसबल को साप्ताहिक छुट्टी और होमगार्ड को पुलिस के समान सुविधा देने पर अगर बीजेपी तैयार हो तो हम गठबंधन कर लेंगे.


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इसके अलावा राजभर ने पुलिस कर्मचारियों की बॉर्डर सीमा समाप्त करने, अपने जिले में तैनाती की छूट, पुलिस ड्यूटी में 8 घंटे की सीमा, साप्ताहिक अवकाश, पुरानी पेंशन बहाली, होमगार्ड, पीआरडी को पुलिस के समान सुविधाएं देने की भी मांग की.


ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम 27 अक्टूबर को मऊ के हलधरपुर में पंचायत करने के साथ ही भागीदारी संकल्प मोर्चा के गठन का भी ऐलान करेंगे. उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी हमारे मुद्दों के साथ होगी हम भी उसका साथ देंगे. 27 अक्टूबर को मऊ में भागीदारी संकल्प मोर्चा एक साथ दिखेगा. 27 अक्टूबर को असदुद्दीन ओवैसी और चंद्रशेखर के साथ अन्य नेता भी मऊ में रहेंगे.


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