Madrasa News: भारत-नेपाल बॉर्डर पर कैसे खुलते जा रहे हैं अवैध मदरसे, कौन दे रहा फंडिंग? UP-ATS अब खंगालेगी सारी कुंडली
UP ATS Madrasa News: भारत-नेपाल सीमा पर यूपी और बिहार में कुकुरमुत्ते की तरह सैकड़ों की संख्या में अवैध मदरसे खुलते जा रहे हैं. इन मदरसों को खोलने के लिए आखिर फंडिंग कहां से मिल रही है. अब इसकी जांच यूपी-एटीएस करने जा रही है.
UP ATS will investigate Madrasas: देश में आतंकवाद और जाली नोटों का एक रूट नेपाल भी है. नेपाल के रास्ते कई बार आतंकी घुसने की कोशिश करते हैं. यूपी में नेपाल की सीमा से सटे जिलों में पिछले कुछ सालों में मदरसों की संख्या एकाएक बढ़ गई है. इनमें में भी अवैध तरीके से चलने वाले मदरसों की संख्या मान्यता प्राप्त मदरसो से कहीं ज्यादा है. इसीलिए अब योगी आदित्यनाथ ने उन मदरसों की जांच का जिम्मा अपनी सबसे स्पेशल फोर्स ATS को दे दिया है. शुरूआत बहराइच से हो रही है, जहां 491 मदरसों की टेरर कुंडली कुछ ही दिन में योगी आदित्यनाथ के सामने होगी.
मदरसों की कुंडली खंगालेगी एटीएस
योगी आदित्यनाथ यूपी में अवैध मदरसों की पूरी कुंडली लेकर बैठ गए हैं और एक-एक कर सभी अवैध मदरसों का हिसाब करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने एंटी टेररिस्ट स्क्वाड यानी ATS को चुना है. योगी की नजर उन अवैध मदरसों पर जाकर टिक गई है, जो यूपी में नेपाल सीमा के करीब बने हुए हैं. अब उन अवैध मदरसों का इतिहास-भूगोल और अर्थशास्त्र सब ढूंढा जा रहा है.
शुरुआत बहराइच से हो रही है क्योंकि 13 अक्टूबर को बहराइच में ही दुर्गा मूर्ति के दौरान पत्थरबाजी और उसके बाद रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई थी और माना जा रहा है कि पत्थरबाज और दंगा फैलाने वाले बहराइच में अवैध मदरसों से ही आए थे और पत्थरबाजी को अंजाम देने के बाद नेपाल भाग गए.
बहराइच में अवैध मदरसों की आई बाढ़
बहराइच नेपाल सीमा से सटा हुआ जिला है और इस जिले में कुल 792 मदरसे हैं. इन मदरसों में 495 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त हैं. मतलब अवैध हैं और सिर्फ 297 मदरसे ही सरकारी मान्यता के साथ चल रहे हैं. ये सर्वे पिछले साल हुआ था. पिछले साल जांच के दौरान खुलासा हुआ था कि ज्यादातर अवैध मदरसे विदेशी फंडिंग से चल रहे हैं. तभी से STF और ATS की अलग-अलग युनिटें इन मदरसों की फंडिंग पर नजरें गड़ाए हुई थीं.
बहराइच में 52 ऐसे अवैध मदरसे पाए गए हैं, जिनके खातों में बड़ी फंडिंग पाकिस्तान और अरब देशों से हुई है. इस खुलासों के बाद इन मदरसों की जांच के लिए एटीएस ने अपनी लोकल यूनिट को लगा दिया है. टीम न केवल फंडिंग बल्कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी पूरा ब्यौरा जुटा रही है. सिर्फ बहराइच ही नहीं बल्कि पूरे यूपी में अवैध मदरसों के खिलाफ सबसे बड़े एक्शन की तैयारी है.
योगी सरकार ने सभी जिलों में भेजा पत्र
इसके लिए योगी सरकार ने सभी जिलों को पत्र भेज दिया है. चिट्ठी में चिट्ठी में लिखा है कि पूरे राज्य में 4 हजार से अधिक गैर मान्यता प्राप्त मदरसों पर शक में है. शक इस बात का है कि वो 4000 मदरसे किनके पैसों से चल रहे हैं, ये पता लगाना जरूरी है. ऐसे सभी 4000 अवैध मदरसों की जांच योगी की ATS करेगी. आमतौर पर यूपी में आतंकी गतिविधियों की जांच ATS करती है और ATS को जांच को जिम्मेदारी देना का मतलब अवैध मदरसों में देशविरोधी गतविधियां भी हो रही है.
दरअसल लंबे समय से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की गतिविधियां ATS और जांच एजेंसियों की रडार पर हैं. मजहबी तालीम की आड़ में धर्म परिवर्तन के नेटवर्क का भी कई बार खुलासा हो चुका है. साथ ही तालीम के नाम पर फंडिंग हासिल कर बाहरी लोगों को बसाने का भी आरोप नया नहीं है.
अवैध विदेशी फंडिंग निशाने पर
योगी सरकार के पास उन 4000 अवैध मदरसों की लिस्ट पहले से है. अब उन मदरसों की जांच ATS करने वाली है. जिन मदरसों की जांच होगी उनमें अधिकतर मदरसे नेपाल की सीमा से सटे हुए हैं. मदरसों की विदेशों से होने वाली फंडिंग की पड़ताल की जाएगी. मदरसों के पाकिस्तान कनेक्शन को खंगाला जाएगा. मदरसों में पढ़ाने वाले टीचर और स्टाफ की नागरिकता जांची जाएगी. साथ ही इस बात की भी जांच होगी मदरसों में धर्मांतरण गैंग तो एक्टिव नहीं है.
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में कई ऐसी चीजें हो रही हैं, जो देशहित में नहीं है. जैसे विदेशी फंडिग, मदरसे में आने वाले छात्रों को कट्टरता की ट्रेनिंग. अब तो सवाल ये भी उठ रहा है कि कहीं गैरमान्यता प्राप्त मदरसों में आतंकियों और उनके मददगारों को पनाह तो नहीं मिल रही है.
नेपाल-भारत सीमा पर क्यों खुल रहे मदरसे?
यूपी के 7 जिले नेपाल की सीमा से लगते हैं. नेपाल की सीमा पर यूपी में बीते कुछ सालों में धड़ल्ले से अवैध मदरसे खुले हैं. चूंकि ये मदरसे अवैध हैं, इसीलिए यूपी मदरसा बोर्ड में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. नेपाल सीमा से लगा जिला बहराइच अवैध मदरसों के मामले में अति संवेदनशील है. विदेशी फंडिंग के खुलासे के बाद ATS चौकन्नी हो गई है, अवैध मदरसों की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मुखबिरों की मदद ले रही है.
यूपी के गोंडा जिला में 286 मदरसों की जांच ATS करेगी. ATS की यूनिट जिले के अलग-अलग मदरसों में जाकर ये पड़ताल करेगी कि अवैध मदरसों ने सरकार से मान्यता क्यों नहीं ली.
योगी सरकार ने 2022 में यूपी के सभी मदरसों की जांच करवाई थी. तब खुलासा हुआ था कि 80 मदरसे ऐसे हैं, जिन्हें 100 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग हुई है. जांच के दौरान 13 हजार मदरसों को अवैध पाया गया गया था. अब योगी सरकार एक बार फिर अवैध मदरसों पर बड़े एक्शन की तैयारी में है.
(बहराइच से राजू शर्मा के साथ प्रीति श्रीवास्तव की रिपोर्ट)