UP By Elections 2024: कांवड़ मार्ग पर सुप्रीम प्रहार भले ही यूपी सरकार के लिए झटका हो.. मगर यूपी में बीजेपी को और ज्यादा मजबूत करने के लिए सीएम योगी ने कमर कस ली है. सोमवार को उन्होंने आजमगढ़ का दौरा किया और अब वाराणसी में हैं. इन दोनों जगहों के दौरे से योगी आदित्यनाथ दो बड़े संदेश देते दिखाई दिए. वो संदेश जिनके दम पर आने वाले उपचुनाव से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव तक की प्रत्यंचा चढ़ाने की तैयारी की जा रही है.


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योगी फुल एक्शन मोड में


योगी आदित्यनाथ फुल एक्शन मोड में हैं. वो जनता से लेकर आस्था किसी भी मुद्दे पर कोई भी चूक नहीं चाहते. और इसीलिए सावन के पहले दिन योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ से लेकर बनारस तक फुल रफ्तार में नजर आए. सबसे पहले योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 11 बजे आजमगढ़ पहुंचे. उन्होंने फौरन अधिकारियों औऱ जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की. 


अधिकारियों को तगड़ी फटकार लगाई


मंडल स्तर पर की समीक्षा बैठक में स्थानीय मंत्रियों, जनप्रितिधिनियों से लेकर विधायकों-सांसदों और अधिकारियों से भी फीडबैक लिया. जनप्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं बताते हुए आरोप लगाया कि अधिकारी निर्देश के बावजूद काम नहीं करते और जरूरत पड़ने पर फोन नहीं उठाते. जनप्रतिनिधियों ने सीएम के सामने कई रिपोर्ट पेश की. इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तगड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिया कि हालात सुधरने चाहिए वरना जिम्मेदारी तय होगी और सख्त एक्शन लिया जाएगा.


क्या संदेश देना चाहते हैं योगी


मतलब लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के लिए मिले फीडबैक के बाद योगी आदित्यनाथ ये संदेश देना चाहते हैं कि जनता के हितों की अनदेखी और विकास कार्यों में हीलाहवाली अब बर्दाश्त नहीं होगी. इसे जांचने के लिए वो खुद ग्राउंड पर उतर रहे हैं. दूसरी तरफ धर्म और आस्था के रास्ते पर भी वो संदेश देने में पीछे नहीं हैं. आजमगढ़ से योगी आदित्यनाथ सीधे वाराणसी पहुंचे.


हिंदुत्व के एजेंडे पर भी सीधी नजर


जहां विकास कार्यों के साथ-साथ योगी की हिंदुत्व के एजेंडे पर भी सीधी नजर है. योगी आदित्यनाथ का वाराणसी में भी विकास कार्यों की समीक्षा का कार्यक्रम था. जनता से जुडे मुद्दों को प्रतिनिधि उनके सामने लाए, यहां भी अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों, विधायक, सांसद और क्षेत्र के मंत्रियों को बैठक में बुलाया गया. इसके इतर सावन मेले की समीक्षा और उसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन. 


बाबा विश्ननाथ की शरण में हाजिरी


योगी आदित्यनाथ अपने राजकीय कार्यक्रम को खत्म करने के बाद बाबा विश्ननाथ की शरण में हाजिरी लगाने पहुंचे. सावन के पहले दिन काशी विश्वनाथ में योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह में बाबा का पूरे पूजा अर्चन के साथ अभिषेक किया. इस दौरान मंदिर में कतारबद्ध भक्त हर हर महादेव के नारे लगाते रहे. मुख्यमंत्री योगी ने उन सभी भक्तों का हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया. सीएम योगी ने कालभैरव मंदिर में भी पूजा अर्चना की.


यूपी के साथ खिलवाड़ पर अब खैर नहीं


यानि योगी का संदेश बिल्कुल क्लियर है कि अब उत्तर प्रदेश में चाहे विकास कार्यों का मोर्चा हो या फिर धर्म की राह.. हर मोर्चे पर योगी सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. क्योंकि लोकसभा चुनाव में कोर कसर ने बीजेपी को बड़ी चोट दी. ऐसे में योगी ने प्रतिज्ञा उठा ली है कि यूपी के साथ खिलवाड़ पर अब खैर नहीं.


अब आपको योगी आदित्यनाथ के आजमगढ़ वाराणसी दौरे के मायने बताते हैं..


-विकास कार्यों पर सीएम योगी की नजर है.
-विधानसभा उपचुनाव  के लिए इसे बड़ी तैयारी माना जा रहा है.
-लोकसभा चुनाव के बाद इसीलिए योगी आदित्यनाथ एक्टिव हो गए हैं और निजी स्तर पर विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं.
-विधायकों-सांसदों को भी एक्टिव रखने का प्रयास माना जा रहा है.
-ताकि जिस तरह के बीच में आरोप लग रहे थे, उनसे बचा जा सके.
-दूसरी तरफ लापरवाही पर एक्शन की तैयारी में भी हैं.
-जनप्रतिनिधियों को भरोसे में लेने का प्रयास है क्योंकि उनकी बात न सुनी जाने के आरोप भी लगे थे.
-हिंदुत्व के मोर्चे पर भी कहीं न कहीं योगी आदित्यनाथ संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि राजनीति के साथ-साथ वो धर्मनीति पर भी कायम रहेंगे.