लखनऊ: हाथरस (Hathras) जिले में दलित लड़की (Dalit Girl) के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद सवालों में घिरी यूपी पुलिस (UP Police) ने अब अपनी सफाई जारी की है. पुलिस ने कहा है कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार भी परिवार वालों की मर्जी से किया गया.


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यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि  पीड़िता की मृत्यु मंगलवार सुबह हो गई थी. इसके बाद से बॉडी खराब हो रही थी. उन्होंने दावा किया कि बॉडी को हाथरस में लाने के बाद उनके परिवार वालों को राजी किया गया. जिसके बाद वे अंतिम संस्कार के लिए मान गए. उनकी सहमति मिलने के बाद देर रात उनकी मौजूदगी में मृतका के शव का अंतिम संस्कार किया गया.


उन्होंने कहा कि चारो अभियुको की गिरतारी की जा चुकी है. चूंकि अब पीड़िता की मौत हो चुकी है. इसलिए इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 302  भी लगाई जाएगी. फिलहाल उनके पास FSL की रिपोर्ट नहीं आई है. उसे पढ़ने के बाद ही इस मामले में कोई कमेंट किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जा चुका है. जल्द ही पूरा सच सामने आ जाएगा. 


उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि यूपी में एक दलित बेटी के साथ पहले कुछ दरिंदों ने बलात्कार किया. उसके बाद इंसाफ दिलाने के बजाय पूरी सरकारी प्रणाली ने उसका दोबारा बलात्कार किया. पूरा प्रकरण बेहद पीड़ादायी है. 


 



केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट करके कहा कि हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया. एसआईटी क्या जांच करेगी? क्या पुलिस ने आधी रात में लड़की का शव जबरदस्ती जलाने का कारनामा अपनी मर्जी से कर दिया? शव को जिनके आदेश पर जलाया गया, क्या एसआईटी उनकी जांच कर पाएगी?


बता दें कि हाथरस में रहने वाली दलित लड़की 14 सितंबर को अपनी मां के साथ खेतों में घास काटने गई थी. तभी गांव में दबंग जाति के 4 लड़कों ने उसे खेतों में खींचकर सामूहिक बलात्कार किया और विरोध करने पर मृणासन्न हालत में फेंककर फरार हो गए. 


सूचना मिलने पर परिवार के लोगों ने पहले उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन उसकी हालत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रैफर कर दिया गया. जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया.


मृतका के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर कर दिया. देश भर के नेताओं, खिलाड़ियों, कलाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए न्याय की मांग की है. 


इस घटना के बाद से यूपी में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इस घटना के विरोध में और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस और ‘भीम आर्मी’ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को लखनऊ और हाथरस में प्रदर्शन किया.


 पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास की तरफ जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस के पास रोकर लाठियां बरसाई. इस मुद्दे पर पुलिस ने लाठियां चला दी. पार्टी के मीडिया संयोजक लल्लन कुमार ने बताया पुलिस के लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गए. पुलिस ने अजय कुमार लल्लू को ‘इको गार्डन’ में रखा हुआ है.


लखनऊ के अलावा हाथरस और अलीगढ़ के टप्पल से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें हैं. भीम आर्मी के नेताओं का दावा है कि पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को प्रदर्शन के दौरान अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधिकारियों ने हालांकि इस बात की पुष्टि नही की है. 


इससे पहले मंगलवर शाम अलीगढ़ और हाथरस में कई स्थानों पर प्रदर्शन हुआ. युवती के साथ सामूहिक बलात्कार और उसके बाद मौत को लेकर लोगों में काफी गुस्सा दिखा. हाथरस में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने 'बलात्कारियों को फांसी दो' के नारे लगाते हुए जुलूस निकाला.


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