नई दिल्ली/लखनऊ: मॉनसून की बारिश ने कहर बरपाया. आफत की इस बारिश में उत्तर प्रदेश में  49 लोगों की जान जा चुकी है. लगातार हो रही बारिश से जाम, जलभराव और सड़क धंसने से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि अब तक बारिश और तूफान से शनिवार (28 जुलाई) तक 49 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 12 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. प्रदेश के कई जिलों में शहरों से लेकर गांव तक में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए हैं. पानी से कहीं सड़कें बह गईं तो कहीं सड़कें नहर बन चुकी हैं. नोएडा के बाद शाहबेरी के बाद प्रदेश में भारी बारिश की वजह से मकान गिरने के कई हादसे हुए हैं. 


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सरकारी आकड़ों के मुताबिक, बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 49 लोगों की मौत हो गई है. आगरा में सबसे ज्यादा मौतें हुईं, जहां भारी बारिश में छह लोग मारे गए. मैनपुरी और मेरठ में चार मौतें हुईं, जबकि मुजफ्फरनगर और कासगंज में तीन मौतें हुईं। बरेली में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कानपुर देहात, मथुरा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, रायबरेली, जालौन, जौनपुर और प्रतापगढ़ में एक मौत की खबर है. 


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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में पिछले 24 घंटों से रुक-रुककर बारिश होने से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग ने 11 जिलों फैजाबाद, बस्ती, गोरखपुर, संतकबीरनगर, इलाहाबाद, संतकबीरदास नगर, आगरा, मथुरा, बुलंदशहर, रायबरेली और फर्रुखाबाद में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन लोगों का समस्या को बढ़ा दिया है.