प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सातवीं बार आज लाल किले की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराया. हर बार की तरह ही इस बार भी प्रधानमंत्री के भाषण में विकास की बात हुई, आत्मनिर्भरता की बात हुई, महिलाओं और गरीबों के कल्याण की बात हुई. लेकिन इस बार जो बात पहली बार प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से कही, वो भगवान राम की बात थी. प्रधानमंत्री ने राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि सदियों पुराने विषय का समाधान अब शांतिपूर्ण तरीके से हो चुका है. 


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'सद्भावना के साथ बढ़ेंगे आगे'
पीएम ने कहा कि 10 दिन पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था. इस घड़ी में देश के लोगों ने जिस संयम के साथ आचरण और व्यवहार किया है, वह अभूतपूर्व है और भविष्य में हमारे लिए प्रेरणा का कारण है. हम इसी सद्भावना के साथ आगे बढ़ेंगे.


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5 अगस्त को प्रधानमंत्री ने रखी थी राम मंदिर की आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी. भूमिपूजन की सभी प्रक्रिया करने के बाद प्रधानमंत्री ने शुभ मुहूर्त के वक्त शिला रखी. तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था तर्पण भी था, संघर्ष भी था, संकल्प भी था. जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से आज ये स्वप्न साकार हो रहा है, जिनकी तपस्या राममंदिर में नींव की तरह जुड़ी हुई है, मैं उन सब लोगों को आज नमन करता हूं, उनका वंदन करता हूं.


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