कन्हैया लाल शर्मा/मथुरा:  कोरोना काल में जारी की गई नई गाइडलाइन से बेखबर रहना बैंड बाजे वालों के लिए भारी पड़ गया. थाने के बाहर बैंड बजाने पर 8 लोगों को हवालात की सैर करनी पड़ी. बाद में पुलिस ने उनको निजी मुचलके पर हिदायत देकर छोड़ दिया.


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बैंड बजाने वालों को खानी पड़ी हवालात की सजा


शादी समारोह में चार चांद लगाने वाले बैंड और डीजे वालों के सामने उस समय संकट खड़ा हो गया जब सरकार की गाइड लाइन में बैंड और डीजे नहीं बजाने की बात की गई. बाद में नई गाइडलाइन के मुताबिक बैंड और डीजे सिर्फ शादी समारोह वाली जगह पर ही बजने की परमीशन मिलने पर इनको राहत मिली. लेकिन नई गाइडलाइन के बारे में सभी को जानकारी नहीं थी. इसका खामियाजा भी कुछ लोगों को भुगतना पड़ा. मथुरा से ही एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर बैंड बजाने वालों को हवालात की हवा खानी पड़ी.


थाने के आगे बजा रहे थे  बैंड


मामला मथुरा के थाना कोसीकलां का है जहां पर बैंड बजाने वालों को नई गाइडलाइन की जानकारी नहीं थी.  बैंड वाले वहां पर घुड़चढ़ी कराने के लिए बैंड बजा रहे थे. गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं वो भी थाने के बाहर. बस फिर क्या था थाना रोड पर घुड़चढ़ी करा रहे बैंड वालों को हवालात की सैर करनी पड़ी. बैंड कर्मी काफी घबरा गए, उन्होंने कहा कि उनको नई गाइडलाइन की जानकारी नहीं थी. उनको लगा कि बैंड बजाने की परमीशन मिल गई है. बैंडकर्मियों का कहना है सिर्फ कार्यक्रम स्थल पर ही बैंड बजा सकेंगे इस बारे में उनको पता नहीं था. थाना प्रभारी से अपनी गलती की माफी मांगते हुए उन लोगों ने कहा कि वो कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करेंगे. काफी देर बाद थाना प्रभारी ने उन्हें छोड़ दिया. थाना प्रभारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना काल में बैंड बाजों की नई गाइडलाइन आने तक सड़क पर बैंड नहीं बजाएं.


कोरोना जैसी महामारी में गरीब और मजदूर तबके के लोगों का रोजगार खत्म होने के बाद उनके सामने रोजी-रोटी का काफी गहरा संकट खड़ा हो गया है. वहीं देश में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोविड-19 के लगातार बढ़ते हुए केसों को देखते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार लगातार गाइडलाइन जारी की जा रही हैं.  हम सबको भी कोरोना के खतरे से बचने के लिए गाइडलाइन का पालन करना चाहिए.


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