What Is Abhijeet Muhurat: क्या है अभिजीत मुहूर्त, इस मुहूर्त में हुई राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा
Ram Mandir Pran Pratishtha: सनातन धर्म में मान्यता है कि कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने के लिए अच्छा मुहूर्त देखा जाता है. अभिजीत मुहूर्त में किया गया कोई भी काम शुभ माना जाता है. जानें क्या होता है अभिजीत मूहूर्त...
Ram Mandir Pran Pratishtha : सनातन धर्म में शुभ काम और मांगलिक कार्यों के सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए शुभ मुहूर्त का विचार किया जाता है. इस मुहूर्त में भगवान श्री राम का जन्म होने की वजह से यह बहुत की लोकप्रिय मुहूर्त है. भगवान श्री राम सूर्यवंशी थे और उनके जन्म के समय अभिजीत मुहूर्त था. भगवान श्री कृष्ण का जन्म भी मध्य रात्रि के समय अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि एक दिन में कुल 30 मुहूर्त होते हैं, जिनमें से अभिजीत मुहूर्त 8वां मुहूर्त है. इस मुहूर्त को बहुत ही खास माना जाता है. तो चलिए जानते हैं कि क्या होता है अभिजीत मुहूर्त और इस मुहूर्त में कौन से काम शुभ फल देते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे रामलला को विराजमान
जैस-जैसे घड़ी के सुईयां आगे बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे ही हर किसी के मन में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को देखने की बेसब्री बढ़ती जा रही है. जी हां, बस अभी कुछ ही समय का इंतज़ार और, फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 12 बजकर 20 मिनट पर विराजमान कर दिया जाएगा. इस मुहूर्त को काफी खास माना जा रहा है. तो वहीं हिंदू धर्म की मानें तो हर तरह के शुभ कार्य को करने के लिए अभिजीत मुहूर्त को ध्यान में रखा जाता है.
अभिजीत मुहूर्त महत्व
सनाधर्म के शास्त्रों के अनुसार अभिजीत का मतलब होता है विेजेता और मुहूर्त का अर्थ होता है समयशास्त्रों की मानें तो एक दिन में सूर्योदय से लेकरप सूर्यास्त तक कुल 30 विभिन्न प्रकार के मूहूर्त होते हैं. इनमें से अभिजीत मुहूर्त अत्यंत शुभ और फलदायी मानी जाता है. माना जाता है कि अभिजीत मुहूर्त में किया गया हर काम शुभ फल ही प्रदान करता है. इसी वजह से सनातन धर्म में हर प्रकार से शुभ, मांगलिक और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए अभिजीत मुहूर्त का समय दिया जाता, क्योंकि इसके परिणाण हमेशा सकारात्मक होते हैं. कोई भी कार्य को संपन्न करने के लिए मुहूर्त की गणना करते समय दिन, तिथि, नक्षत्र, योग और दिनमान आदि की प्रमुखतता दी जाती है. अभिजीत मुहूर्त प्रत्येक दिन में एक ऐसा समय आता है जिसमें लगभग सभी शुभ कार्य संपन्न किए जा सकते हैं.
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अभिजीत मुहूर्त समय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अभिजीत मुहूर्त प्रत्येक दिन दोपहर होने से लगभग 24 मिनट पहले प्रारम्भ होकर मध्यान्ह के 24 मिनट बाद समाप्त हो जाता है. जैसे अगर दिन में सूर्योदय ठीक 6 बजे होता है तो अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से ठीक 24 मिनट पहले प्रारम्भ होगा और दोपहर 12 बजकर 24 पर समाप्त हो जाएगा. अभिजीत मुहूर्त का समय प्रत्येक दिन सूर्योदय के अनुसार बदलता रहता है.
अभिजीत मुहूर्त में कर सकते हैं कौन से कार्य
इस मुहूर्त में यात्रा करना, नए कार्य का शुभारंभ करना, व्यापार शुरू करने आदि से लेकर धार्मिक अनुष्ठान व पूजा करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. किंतु बता दें कुछ लोगों का मानना है कि मांगलिक कार्य और ग्रह प्रवेश जैसे प्रमुख कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त के साथ अन्य भी योगों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है.
अभिजीत मुहूर्त नहीं करना चाहिए ये काम
ज्योतिष के अनुसार इस मुहूर्त में दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए. इसके अलावा कहा ये भी जाता है कि बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समय
राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समय निश्चित हो गया है. 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12.20 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों से विराजमान करा दिया जाएगा, लेकिन इसके पहले राम जन्मभूमि परिसर में पीएम मोदी कुबेर टीले पर स्थापित की जा रही जटायु का पूजन कर पुष्प अर्पित करेंगें. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने जानकारी दी कि भगवान श्री राम लाल की प्राणप्रतिष्ठा के विधि विधान के लिए हम लोगों ने यहां के सारे महंतो के साथ बैठक की. काशी के प्रतिष्ठित अत्यंत वैदिक विद्वानाचार्य लक्ष्मीकांत जी दीक्षित के प्रमुख आचार्य रहेंगे और उनके साथ 150 पंडितों की टोली रहेगी. 17 जनवरी 2024 शोभा यात्रा के साथ भगवान श्री राम को मंदिर तक पहुंचाया जाएगा. उसके पश्चात विधि- विधान पूजन आरंभ हो जाएगी.
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