NHAI Future Plan: 56000 करोड़ रुपये का लोन चुकाने के बाद एचएचएआई के ऊपर एक अनुमान के अनुसार लोन घटकर 2.8 लाख करोड़ रुपये रह गया है. इस कर्ज के साल 2027-28 में खत्म होने की उम्मीद की जा रही है.
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NHAI Loan Prepayment: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की तरफ से पिछले कुछ सालों में देश में तेजी से सड़कों का जाल बिछाया गया है. यह सब हाइवे मैन ऑफ इंडिया कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यकाल में हुआ है. देश में सड़कों का जाल बिछाने के लिए एनएचएआई को लाखों करोड़ रुपये का लोन भी लेना पड़ा. इसके लिए हजारों करोड़ का ब्याज भी चुकाया गया. लेकिन अब गडकरी ने इस लोन का तेजी से भुगतान करने का प्लान बनाया है. इस प्लान से एक ही झटके में एनएचएआई को 1200 करोड़ रुपये की बचत हुई है. दरअसल, एनएचएआई (NHAI) की तरफ से धीरे-धीरे इस कर्ज को उतारा जा रहा है. इसी क्रम में मौजूदा फाइनेंशियल ईयर के दौरान एनएचएआई (NHAI) ने 56,000 करोड़ रुपये के लोन का प्री-पेमेंट किया है. इसके अलावा एनएचएआई की तरफ से मार्च तक अपने लोन के बोझ को और कम करने की कोशिश की जा रही है.
40,000 करोड़ रुपये बजटीय आवंटन से आए
एनएचएआई ने लोन चुकाने में जिस फंड का यूज किया है उसमें से करीब 40,000 करोड़ रुपये बजटीय आवंटन से आए हैं. बजटीय आवंटन का पैसा उनके पास इसलिए बचा हुआ था क्योंकि मौजूदा वित्तीय वर्ष में सड़कों के निर्माण के कम ठेके और नए प्रोजेक्ट को कम मंजूरी मिलने से खर्च कम हुआ. इसके अलावा, जमीन के अधिग्रहण में भी पहले के मुकाबले गिरावट आई है. अप्रैल की शुरुआत में NHAI के ऊपर करीब 3.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था. एक अनुमान के अनुसार अब यह घटकर करीब 2.8 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
1200 करोड़ रुपये की ब्याज लागत की बचत होगी
एक अधिकारी ने बताया कि नेशनल सेविंग स्कीम फंड (National Small Saving Fund) और कुछ कमर्शियल बैंकों से लिए गए लोन का प्री-पेमेंट किया गया है, यह लोन उच्च ब्याज दर पर था. लोन के प्री-पेमेंट से एनएचएआई को करीब 1,200 करोड़ रुपये की ब्याज लागत की बचत होगी. अधिकारी ने बताया कि एनएचएआई (NHAI) ने कुछ लोन पहले ही चुका दिये हैं. इनमें से कुछ कर्ज ऐसे बैंकों को चुकाए गए हैं जो बहुत ज्यादा ब्याज लेते थे. इन्विट स्कीम से मिले करीब 15,700 करोड़ रुपये का कर्ज भी चुकाया गया है.
39,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा
चालू वित्तीय वर्ष के लिए सरकार ने 39,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. ये पैसे उन सड़कों से जुटाए जाएंगे जो पहले से ही बनकर तैयार हो चुकी हैं. इन पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा. आपको बता दें एनएचएआई (NHAI) ने लगातार छह साल तक बहुत ज्यादा लोन लिया था, जिससे कुल कर्ज बढ़कर 3.5 लाख करोड़ रुपये हो गया. ज्यादा कर्ज होने पर सरकार ने उन्हें नए लोन लेने से रोक दिया और उन्हें ज्यादा पैसे देने लगी.
एनएचएआई के अनुमान के अनुसार साल 2027-28 में 62,000 करोड़ रुपये कर्ज चुकाना होगा. लेकिन, इस साल उन्हें टोल टैक्स से 69,000 करोड़ रुपये मिलेंगे. यानी उन्हें कुछ पैसे बच जाएंगे. एनएचएआई को यह भी उम्मीद है कि सड़कों के किनारे बनाए जा रहे होटल, रेस्तरां और पेट्रोल पंप से भी पैसा मिलेगा. इन जगहों पर लोग रुककर आराम कर सकते हैं और खाना खा सकते हैं. उन्हें उम्मीद है कि 2027-28 तक उन्हें इन जगहों से करीब 1,400 करोड़ रुपये मिलेंगे.