गर्भवती महिला की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई, ESI अस्पताल के निदेशक पर गिरी गाज
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गर्भवती महिला की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई, ESI अस्पताल के निदेशक पर गिरी गाज

डॉ अनील सिंघल की जगह सेक्टर-24 ESIC हॉस्पिटल के डीएमएस डॉ बलराज भंडारी को अस्पताल का निदेशक बनाया गया है. 

नोएडा सेक्टर 24 स्थित ESIC अस्पताल.

गौतमबुद्ध नगर: नोएडा में अस्पतलों के चक्कर काटने और वक्त पर इलाज न मिलने की वजह से हुई गर्भवती नीलम की मौत मामले में पहली बड़ी कार्रवाई हुई है. जिला प्रशासन की ओर से की गई सिफारिश के बाद नोएडा सेक्टर 24 स्थित ESIC अस्पताल के निदेशक पर गाज गिरी है. अस्पताल के निदेशक डॉ अनीश सिंघल का ट्रांसफर दिल्ली कर दिया गया है.

डॉ अनील सिंघल की जगह सेक्टर-24 ESIC हॉस्पिटल के डीएमएस डॉ बलराज भंडारी को अस्पताल का निदेशक बनाया गया है. बता दें कि, गाजियाबाद निवासी नीलम की मौत के मामले में गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए शासन और श्रम विभाग को एक पत्र लिखा था. जिसके बाद आज मामले में पहली बड़ी कार्रवाई हुई है.

जांच में सरकारी से लेकर कई प्राइवेट अस्पताल दोषी
गर्भवती महिला को वक्त पर इलाज देने में की गई लापरवाही के मामले की अपर जिलाधिकारी प्रशासन मुनींद्र उपाध्याय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने जांच की थी. जांच रिपोर्ट में जिला अस्पताल, कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी), राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स ग्रेटर नोएडा), नोएडा के शिवालिक, फोर्टिस, जेपी अस्पताल और गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल की लापरवाही सामने आई. जिस पर गौतमबुद्ध नगर के DM ने कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र भेजा.

कार्रवाई करने के लिए लिखे गए अनुरोध पत्र में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया था कि दोनों अधिकारियों की जांच आख्या में स्पष्ट किया गया है कि परिजन नीलम को लेकर सबसे पहले नोएडा के सेक्टर 24 में ईएसआईसी अस्पताल पहुंचे थे. जहां, सारी सुविधाएं और वेंटिलेटर उपलब्ध होने के बावजूद नीलम को उपचार नहीं दिया गया. उसे ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया. ईएसआईसी अस्पताल के कर्मचारियों ने मामले में लापरवाही बरती. नीलम को ग्रेटर नोएडा जिम्स ले जाने की बजाए नोएडा सेक्टर 30 में जिला अस्पताल में छोड़ दिया गया.

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