Agra Hindi News: आगरा पुलिस द्वारा 'तू-तड़ाक' भाषा पर रोक लगाने का उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ाना है. असभ्य भाषा से पुलिस की छवि खराब होती थी, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ता था.  इस आदेश से पुलिसकर्मियों को सम्मानजनक व्यवहार अपनाने की उम्मीद है, जिससे जनता का विश्वास बढ़ेगा और आपसी संबंध सुधरेंगे. 


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क्या है पूरा मामला?
पुलिस कमिश्नर रविंदर गौड ने यह फरमान जारी करते हुए पुलिसकर्मियों के पब्लिक व्यवहार को सुधारने के लिए गाइडलाइन बनाई है. इसमें कहा गया है कि पुलिसकर्मी अब ‘आप’ शब्द का इस्तेमाल करेंगे और सम्मानजनक भाषा में संवाद करेंगे. 


यह कदम पुलिस और जनता के बीच विश्वास को बढ़ाने और पुलिस की छवि को सुधारने के लिए उठाया गया है. पिछले कुछ समय से यह शिकायतें मिल रही थीं कि थाने और चौकियों में पुलिसकर्मी असभ्य भाषा का इस्तेमाल करते हैं, जिससे न केवल पुलिस की छवि प्रभावित होती है, बल्कि जनता में असंतोष भी बढ़ता है. 


अब पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और एक मॉनिटरिंग सेल की स्थापना की जाएगी, जो उनके व्यवहार की निगरानी करेगी. यह सेल थाने और चौकी में पहुंचे पीड़ितों के साथ पुलिसकर्मियों के व्यवहार की जांच करेगी. 


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