Agra-Gwalior Greenfield Expressway Route Map: ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में पेड़ों की कटाई की अनुमति पास होने के बाद अब ताज ट्रेपेजियम जोन में शामिल 755 पेड़ों के काटे जाने का रास्ता साफ हो गया है.
चंबल नदी पर हैंगिंग पुल सहित अन्य की अनुमति के पास होने के बाद जब आखिरी में पुल बनकर तैयार होगा तब कई और दिक्कते दूर होंगी. ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 88 किमी लंबा छह लेन का होगा. ध्यान दें कि 550 हेक्टेयर भूमि में से 95 प्रतिशत के मुआवजा तय किए जा चुके हैं. प्री-कंस्ट्रक्शन प्रक्रिया भी करीब 85 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है.
ग्वालियर से आगरा के बीच के इस प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी बाधा टीटीजेड में आ रहे 755 पेड़ों को काटने की अनुमति पाने की बनी हुई थी. हालांकि कुल चार हजार पेड़ काटे जाने हैं. इसके एवज में एनएचएआइ के द्वारा 1.24 लाख पेड़ लगाए जाएंगे.
आपको बता दें कि यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने के लिए और इस बीच सफर आसान करने के लिए हाईटेक सड़क मार्गों के विकास का काम किया जा रहा है. पश्चिमी यूपी क्षेत्र को बेहतर एमपी से जोड़ने के लिए यह आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात दी जा रही है.
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों राज्यों को सुगम यातायात से जोड़ा जा सकेगा. यूपी और मध्य प्रदेश को व्यापार, पर्यटन और उद्योग धंधों से जोड़ा जा सकेगा. नये हाईटेक मार्ग को बनाने के लिए 4613 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है.
यह नया एक्सप्रेसवे यानी आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे (Agra-Gwalior Expressway) की लंबाई 87 किलोमीटर के करीब होगा. वर्तमान में आगरा से ग्वालियर के बीच ढाई से तीन घंटे का समय 121 की दूरी तय करने में लगता है. लेकिन यह दूरी महज एक घंटे की होगी जब नया एक्सप्रेसवे बन जाएगा.
बिल्ड ऑपरेटर ट्रांसफर (BOT) के तहत आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण होगा. एक्सप्रेसवे आगरा के देवरी गांव से शुरू होगा और धौलपुर, मुरैना से होकर पिपरसेवा, उराहना से सुसेरा गांव रायरू-झांसी बायपास से रास्ता निकलेगा. चार जिलों की 505 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण किया जाएगा.
आगरा के 14, धौलपुर राजस्थान और मुरैना मध्य प्रदेश के 30 गांवों से आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे गुजारा जाएगा. ग्वालियर के सुरेरा गांव में मौजूदाग्वालियर एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. 47 पुलिया 4 छोटे पुल और पांच बड़े पुल इस रास्ते में निर्मित होंगे.
यमुना एक्सप्रेसवे को ग्वालियर हाईवे से जोड़ने के लिए इनर रिंग रोड बनाई जाएगी. तीन चरण में जो रोड बन रही है उसके दो चरण पूरे किए जा चुके हैं. इनर रिंग , यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की गाड़िया चालक आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पर बहुत ही आसानी से जा पाएंगे. इस हाईवे को 3 और एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी लिंक कर दिया जाएगा.
ग्वालियर समेत झांसी, शिवपुरी, मुरैना और दतिया के लोगों को आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे से सीधा फायदा होगा. इस मार्ग के किनारे यात्रियों को होटल, रेस्टोरेंट से लेकर अन्य इकाइयां मिल पाएंगी और स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम मिल पाएंगा.