इटावा से निकलेगा ये नया एक्सप्रेसवे, यूपी के तीन बड़े एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा, 20 से ज्यादा जिलों को फायदा
उत्तर प्रदेश को कई एक्सप्रेस वे की सौगात मिल चुकी है जबकि कई का निर्माण किया जा रहा है. प्रदेश के एक्सप्रेस वे की लिस्ट में जल्द ही एक और नाम जुड़ेगा. इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे को लेकर यूपीडा ने काम तेज कर दिया है. आइए जानते हैं इससे किसे फायदा मिलेगा.
तेजी से चल रहा काम
इटावा से हरदोई को जोड़ने वाले इस लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण के काम को पूरा किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसकी तैयारियों में जुटा है.
शासन दे चुका मंजूरी
शासन की ओर से इस लिंक एक्सप्रेसवे को पहले ही हरी झंडी दिखाई जा चुकी है. जिसके बाद यूपीडा ने इसके निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी हैं.
हरदोई-इटावा होंगे कनेक्ट
लिंक एक्सप्रेस वे इटावा जिले को फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई से जोड़ेगा. आइए जानते हैं इसका रूट और किन एक्सप्रेस वे को लिंक करेगा.
गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे जुड़ेंगे
यह लिंक एक्सप्रेसवे आगरा एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे को जोड़ेगा. यह एक्सप्रेस-वे हरदोई जिले की सवायजपुर के कौसिया गांव में गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा.
92 किलोमीटर लंबाई
यह लिंक एक्सप्रेस-वे वाया फर्रुखाबाद इटावा के कुदरैल गांव से शुरू होकर हरदोई के कौसया गांव पर खत्म होगा. इसकी लंबाई करीब 92 किलोमीटर होगी.
कौन करेगा निर्माण?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्सप्रेस के निर्माण के लिए यूपीडा ने रेडीकान इंडिया लिमिटेड का प्रोजेक्ट डेवलपमेंट कंसल्टेंट के रूप में चयन किया है.
ये जिले होंगे कनेक्ट
इस लिंक एक्सप्रेसवे से इटावा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर और हरदोई जिले जुड़ सकेंगे. इतना ही नहीं पूर्वांचल से लेकर वेस्ट यूपी तक के लोगों को इससे फायदा मिलेगा.
6 लेन का होगा एक्सप्रेसवे
जानकारी के अनुसार इस लिंक एक्सप्रेसवे में इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर और हरदोई के कई गांव जुड़ेंगे. पहले यह 6 लेन का होगा जो बाद में 8 लेन तक का हो सकेगा.
चित्रकूट एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा
लिंक एक्सप्रेस-वे सीधे चित्रकूट एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ जाएगा. यानी हरदोई के साथ शाहजहांपुर, सीतापुर, लखीमपुर के लोग बुंदेलखंड के जिलों में जाने के लिए इस एक्सप्रेस वे का उपयोग करेंगे.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके इसकी पुष्टि नहीं करता.