मिनी थार के बारे में मकैनिक ने बताया कि ये चार्ज होकर चलती है. एक बार में चार्ज होने पर 40 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से 100 किमी की दूरी तय हो जाती है.
भारत जुगाड़ू लोगों का देश है. यहां लोग ऐसे ऐसे कारनामे कर दिखाते हैं जिसका कोई जवाब नहीं दे पाता. ऐसा ही कुछ यूपी के आजमगढ़ के एक शख्स ने किया है. यहां एक मोटर मैकेनिक ने एक ई-रिक्शा के मोटर और कंट्रोलर से एक चीज बना दी है जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि ये तो थार जैसी दिखती है.
इस मिनी थार को बनाने वाले मकैनिक का नाम प्रवेश मौर्य है. मौर्य से जब पूछा गया कि उनको इस कार को बनाने का ख्याल कहां से आया तो उन्होंने बताया कि उनका सपना था कि वे महिंद्र थार खरीदें. लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थे. ऐसे में उनको आइडिया आया कि क्यों न खुद की एक मिनी थार ही बना ली जाए.
मौर्य ने बताया कि उन्होंने 8 महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस मिनी थार को तैयार किया. वे बताते हैं कि जब वे अपनी इस मिनी थार को लेकर सड़कों पर चलते हैं लोग उन्हें बस देखते रह जाते हैं.
मिनी थार के बारे में उन्होंने बताया कि ये चार्ज होकर चलती है. एक बार में चार्ज होने पर 40 किमी प्रति घंटे के रफ़्तार से 100 किमी की दूरी तय हो जाती है. यानी 25 रुपए में 100 किमी. यही नहीं इस मिनी थार में 4 लोग आराम से बैठ सकते हैं. इसके अलावा इसके ऊपर भारी सामान भी लादा जा सकता है.
प्रवेश मौर्य ने अपने अविष्कार के बारे में बताया कि उन्होंने इसे न सिर्फ कम बजट में तैयार किया है बल्कि इसे चलाने में भी कम खर्चा आता है.ये मिनी थार बैटरी से चलती है. उन्होंने बताया कि गाड़ी में मोटर और कंट्रोलर ई-रिक्शा का इस्तेमाल किया है और साथ ही साथ ज्यादा मायलेज के लिए एलईडी बल्ब का इस्तेमाल किया गया है.
मालूम हो कि महिंद्रा थार का निर्माण महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड कंपनी करती है. थार एक कॉम्पैक्ट, फोर-व्हील ड्राइव, ऑफ-रोड एसयूवी है. आपको बता दें कि थार डेजर्ट के नाम पर, थार को पहली बार 2010 में महिंद्रा लीजेंड के आधुनिक संस्करण के रूप में पेश किया गया था. ये महिंद्रा MM540 पर आधारित था.
फर्स्ट जनरेशन की महिंद्रा थार में 2.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन लगा था जो 105 हॉर्सपावर और 247 एनएम का टॉर्क पैदा करता था. वाहन दो ट्रिम लेवल में उपलब्ध था: DI 2WD और DI 4WD. DI 2WD एक बेसिक वर्जन था जो सॉफ्ट टॉप और बिना एयर कंडीशनिंग के साथ आया था, जबकि DI 4WD एयर कंडीशनिंग और हार्डटॉप के साथ आया था.
2015 में, महिंद्रा ने थार का एक अपडेटेड वर्जन पेश किया जिसे थार CRDe कहा गया. CRDe का मतलब "कॉमन रेल डीजल इंजन" था, जो एक अधिक एडवांस इंजन था जो 105 हॉर्सपावर और 247 एनएम का टॉर्क पैदा करता था. थार CRDe में एयरबैग और ABS जैसे अपडेटेड सुरक्षा फीचर भी थे, और यह दो ट्रिम लेवल में उपलब्ध था: CRDe 4WD और CRDe 4WD AC.
2020 में, महिंद्रा ने सेकंड जनरेश की थार पेश की, जो वाहन का पूरी तरह से नया डिज़ाइन किया गया वर्जन था.थार 2020 में एक नया, अधिक आधुनिक डिज़ाइन है जिसमें एक बोल्ड ग्रिल, एलईडी हेडलाइट्स और एक हार्डटॉप रूफ है. इसमें 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड गैसोलीन इंजन या 2.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन है, दोनों ही सिक्स-स्पीड मैनुअल या सिक्स-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस हैं.
थार 2020 में अपडेटेड सस्पेंशन और ड्राइवट्रेन कंपोनेंट के साथ-साथ टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियरव्यू कैमरा और एडवेंचर स्टैटिस्टिक्स डिस्प्ले जैसी कई नई सुविधाएँ भी हैं. थार 2020 दो ट्रिम लेवल में उपलब्ध है: AX और LX, जिसमें बाद वाला ज़्यादा प्रीमियम विकल्प है.
महिंद्रा थार को भारत में जनता ने खूब पसंद किया है. यह एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक लोकप्रिय वाहन बन गया है, क्योंकि यह भारत के कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में आराम से चलाई जा सकती है.