अलगीढ़: यूपी के अलीगढ़ जिले में ढाई साल की मासूम बच्‍ची की निर्मम हत्‍या के बाद गम और गुस्‍से का माहौल है। राजनीति, खेल, फिल्‍म समेत समाज के हर तबके लोग बड़ी संख्‍या में ट्वीट कर बच्‍ची के कातिलों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं. वहीं, ताजनगरी आगरा में भी बच्ची की हत्यारों के लिए जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. 


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हिंदूवादियों ने किया प्रदर्शन
आगरा जेल के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि वह एक मासूम की हत्या करने वाले अपराधियों को अपने शहर की जेल में रहना नहीं देना चाहते हैं. आगरा जिला जेल पर हिंदूवादियों ने रविवार को प्रदर्शन किया. 



मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
हिंदूवादियों ने आगरा जेल के बाहर प्रदर्शन कर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि अगर अलीगढ़ मामले के अपराधियों को यहां शिफ्ट किया जाएगा, तो इससे यहां की धरती भी अपवित्र हो जाएगा. 


 


एक इंस्पेक्टर, एक सिपाही और तीन दरोगा निलंबित 
गौरतलब है कि बच्‍ची हत्‍या मामले में एक इंस्पेक्टर, एक सिपाही और तीन दरोगा को निलंबित किया गया है और दो आरोपियों को अरेस्‍ट किया गया है. अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि ढाई साल की बच्‍ची की लाश घर के पास कूड़े के ढेर से मिली थी. बच्‍ची के पिता की शिकायत पर इस मामले में जाहिद और असलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. 


पुलिस के मुताबिक, आरोपियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने की तैयारी है जबकि मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा. पूछताछ में दोनों ने बताया कि उनका बनवारी से रुपये के लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ था. मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है. पुलिस ने कहा कि अभी तक की जांच में बच्‍ची के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई है.