Dr Bansal Murder Case: जेल में बंद माफिया दिलीप मिश्रा और शूटर अख्तर का बयान जल्द होगा दर्ज
माफिया दिलीप मिश्रा के खिलाफ 45 से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. दिलीप मिश्रा वर्ष 2010 में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से हुए जानलेवा हमले का भी मुख्य आरोपी है. अख्तर कटरा भी कुख्यात अपराधी बताया जाता है.
मो.गुरफान/प्रयागराज: बहुचर्चित डॉ. ए के बंसल हत्याकांड में जेल में बंद माफिया दिलीप मिश्रा और कुख्यात शूटर अख्तर कटरा से पूछताछ होगी. दोनों की भूमिका को लेकर पुलिस जेल में जाकर बयान दर्ज करेगी. इसके लिए तैयारी तेज हो गई है, ताकि उनकी भूमिका की जांच करते हुए सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई हो सके. उधर, प्रतापगढ़ के शूटर अबरार मुल्ला व मकसूद की तलाश में स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ (एसटीएफ) की दो टीम जुटी हैं.
जेल में बंद है दिलीप मिश्रा और अख्तर कटरा
बता दें कि माफिया दिलीप मिश्रा फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद है. कुख्यात अपराधी अख्तर कटरा सोनभद्र की जिला कारागार में बंद है. एसटीएफ द्वारा आलोक सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद दोनों के नाम सामने आए थे. आलोक सिन्हा ने एसटीएफ को दोनों की भूमिका के बारे में जानकारी दी थी. दिलीप मिश्रा ने तीन बीघे जमीन के विवाद के चलते डॉ. ए के बंसल की हत्या की सुपारी दी थी.
दोनों ने मिलकर रची थी बंसल की हत्या की साजिश
आलोक सिन्हा से पैसों के विवाद के चलते दोनों ने मिलकर बंसल की हत्या की साजिश रची थी. कुख्यात अपराधी अख्तर कटरा ने नैनी जेल में रहते शूटरों का इंतजाम किया था. पिछले दिनों आलोक सिन्हा को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरफ्तार किया था.
12 जनवरी 2017 को हुआ था डॉ ए के बंसल का मर्डर
आलोक सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद बंसल हत्याकांड में दिलीप मिश्रा और अख्तर कटरा की भूमिका की पुलिस को अहम जानकारी मिली थी. 12 जनवरी 2017 की शाम डॉ. ए के बंसल की हत्या अस्पताल के चेंबर में घुसकर गोली मारकर की गई थी. शहर के इस बहुचर्चित हत्याकांड का पर्दाफाश एसटीएफ ने पांच अप्रैल 2021 को शूटर मो. शोएब को गिरफ्तार करते हुए किया था.
शोएब की गिरफ्तारी के बाद सामने आए थे ये नाम
शूटर शोएब की गिरफ्तारी के बाद आलोक सिन्हा का नाम सामने आया.आलोक की गिरफ्तारी के बाद माफिया दिलीप मिश्रा और कुख्यात शूटर अख्तर कटरा का नाम सामने आया. कीड़गंज पुलिस दिलीप मिश्रा और अख्तर कटरा के बयान के लिए रिमांड बनवा चुकी है. अगले एक से दो दिनों के अंदर प्रयागराज पुलिस जेल जाकर दोनों का बयान दर्ज करेग.,
45 से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज
माफिया दिलीप मिश्रा के खिलाफ 45 से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. दिलीप मिश्रा वर्ष 2010 में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से हुए जानलेवा हमले का भी मुख्य आरोपी है. अख्तर कटरा भी कुख्यात अपराधी बताया जाता है.
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