हैदराबाद: एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को योग गुरू बाबा रामदेव पर उनकी जनसंख्या संबंधी टिप्पणी को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की. रामदेव ने रविवार को कहा था कि देश जनसंख्या विस्फोट की स्थिति से निपटने के लिए तैयार नहीं है. साथ ही उन्होंने तीसरी संतान को मतदान के अधिकार और सरकारी नौकरियों से वंचित करने का सुझाव भी दिया था.


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ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं है लेकिन रामदेव के विचारों पर बेवजह ध्यान क्यों दिया जाता है ?’’ ओवैसी हाल के लोकसभा चुनाव में हैदराबाद संसदीय सीट से फिर से चुनाव जीत गये हैं. योग गुरु रामदेव ने रविवार को कहा था कि भारत अपने जनसंख्या विस्फोट से निपटने के लिए तैयार नहीं है.


देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत: बाबा रामदेव



हरिद्वार में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा था कि देश की आबादी को 150 करोड़ से अधिक नहीं होने दिया जाना चाहिए. उन्होंने सलाह दी थी, ‘‘यह तभी संभव है जब हम तीसरी संतान या इसके बाद वाली संतानों को मताधिकार से वंचित करने वाला कानून लागू करेंगे. ऐसे बच्चों को चुनाव लड़ने और अन्य सरकारी नौकरियों के अधिकार से भी वंचित किया जाना चाहिए.’’


(इनपुट: एजेंसी भाषा से भी)