श्रीराम मंदिर की नींव की दूसरी लेयर बिछी, मजदूरों की कमी के बीच मशीनों से दिन-रात होगा काम
माना जा रहा है कि जून के अंत से बरसात का मौसम शुरू होगा. इसे देखते हुए लेयर बिछाने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाना है. इसलिए दिन के साथ रात में भी काम किया जा रहा है.
अयोध्या: श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य लगातार जारी है. मंदिर की नींव भराई के साथ नींव की दूसरी परत डालने का काम भी पूरा हो गया है. इसी क्रम में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट फैसला लिया है कि नींव भराई का काम तेज कर दिया जाए. ऐसे में अब दिन के साथ रात में भी लगातार काम किया जा रहा है. इसके अलावा, जानकारी ये भी मिली है कि रामजन्मभूमि परिसर में एक और मिक्सिंग प्लांट लगाया जा रहा है. इससे काम की गति तेज होगी. क्योंकि महामारी के बीच मजदूर अनुपलब्ध हैं. इस वजह से ज्यादा से ज्यादा काम मशीनों की मदद से किया जा रहा है.
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बरसात से पहले पूरा करना है काम
इसकी जिम्मेदारी बालाजी कंस्ट्रक्शन के कंधों पर है. माना जा रहा है कि जून के अंत से बरसात का मौसम शुरू होगा. इसे देखते हुए लेयर बिछाने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाना है. इसलिए दिन के साथ रात में भी काम किया जा रहा है.
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एक लेयर की मोटाई 300mm, बिछानी है 44 लेयर
बता दें, 450 गुणे 250 के लगभग 40 फिट गड्ढे में 250 मिमी की कुल 44 लेयर बिछाई जानी है. हर लेयर की मोटाई 300mm होगी. एक बार ढलाई हो जाए तो वायब्रोरोलर चलाकर उसे सेट किया जाता है. इस काम के लिए परिसर में 2 वायब्रोरोलर मंगाए जा चुके हैं. इस पूरी प्रक्रिया के लिए जरूरी मैटेरियल जैसे सीमेंट, फ्लाई एश, सिलिका, स्टोन डस्ट, गिट्टी, आदि मिक्स करने के लिए मिक्सिंग प्लांट भी बना दिया गया है. अब एक और प्लांट लगाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, परिसर में कुल 4 मिक्सिंग प्लांट हो जाएंगें. बताया जा रहा है कि हर प्लांट के मिक्सर में ढाई-ढाई सौ बोरी सीमेंट के साथ मिक्स किया जा पाएगा.
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जून में शुरू होगी कार्यशाला
जानकारी के मुताबिक, श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य में चार लाख घन फुट पत्थर लगने हैं. लेकिन अभी तक केवल 60 हजार घन फुट पत्थर ही तराशे गए हैं. वहीं, पहले से ही जो पत्थर तराशे गए थे, उनमें से 15% पत्थर उपयोग में नहीं आ सकते. बताया जा रहा है कि एक बार राम मंदिर की नींव तैयार हो जाए तो मंदिर का स्ट्रक्चर तैयार करने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. इसके चलते अयोध्या की कार्यशाला भी दोबारा शुरू करने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि जून से यह कार्य भी शुरू हो जाएगा.
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