नयनाभिराम हैं रामलला की मूरत: सोने का मुकुट, कौस्तुभ मणि-वैजयंती माला से सजी मनमोहक छवि
Ramlalla Murti kisne banayi: रामलला की मूरत जो कोई भी देखता है, बस एकटक देखता रह जाता है. सिर पर सोने का मुकुट से लेकर पैरों तक वो हीरा-पन्ना, माणिक्य, सोने-चांदी से बने आभूषणों से सुसज्जित हैं. इनमें 11 तरह के आभूषण शामिल हैं.
Ayodhya Ram Mandir LIVE: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामभक्तों ने मंदिर में दर्शन करना भी शुरू कर दिया है. जो भी श्यामल रामलला के दर्शन करने जाता है, वो उनकी दिव्यता भव्यता की प्रशंसा करते फूले नहीं समाता. रामलला के सिर पर 11 करोड़ रुपये का सोने का मुकुट है. मस्तक पर कौस्तुभ मणि है. गले में हीरा-पन्ना, सोने और माणिक्य से जड़ी सुनहरी वैजयंती माला है.
जानकारों की मानें तो रामलला के आभूषण और पोशाक को गहन शोध के बाद 15 दिन में तय किया गया था. आध्यात्म रामायण, वाल्मीकि रामायण, रामचरितमानस और आलवंदर जैसे पौराणिक ग्रंथों में श्रीराम शास्त्र की सहायता भी ली गई है.
कौस्तुभ मणि
भगवान रामलला के हृदय में कौस्तुभ मणि सुशोभित है. माणिक्य और हीरों से अलंकृत इस कौस्तुभ मणि की कीमत करोड़ों में है. मान्यता है कि भगवान विष्णु और उनके सभी अवतार हृदय में कौस्तुभ मणि धारण करते हैं.
तीर और धनुष
रामलला के बायें हाथ में मोती, माणिक्य और पन्ना से जड़ा सोने का धनुष है. दाहिने हाथ में स्वर्ण तीर है.
सोने की मुद्रिका
भगवान राम के दोनों हाथों में रत्नों से सजी धजी और मोतियों से जड़ी अंगूठी हैं.
कंगन भी सुशोभित
भगवान रामलला की दोनों कलाइयों में रत्न जड़ित कंगन सुशोभित हैं.
पादिका में क्या
रामलला को गले के नीचे की ओर और नाभि के ऊपर तक पहनाया जाने वाला हार है-वो पहनाया गया है. यह आभूषण हीरे और पन्ने की 5 लड़ियों से तैयार किया गया है. इसमें एक बड़ा खूबसूरत लॉकेट भी है.
वैजयंती या विजयमाला
श्रीराम के गले में तीसरा और सबसे लंबा हार सोने से बना है. उसके मध्य में माणिक जड़ा है. विजय प्रतीक के तौर पर ये आभूषण वैष्णव परंपरा के शुभ प्रतीकों में एक है. अन्य प्रतीकों.यह सुदर्शन चक्र, कमल, शंख और मंगल कलश को दिखाता है. इसमें कमल, चंपा, पारिजात, तुलसी और कुंद भी शामिल है.
रेशमी वस्त्र
रामलला को वाराणसी से लाए गए रेशमी वस्त्र पहनाए गए हैं. इसमें पीली धोती और लाल पटका यानी अंगवस्त्र भी है. इनमें शुद्ध सोने की जरी और धागों से कारीगरी की गई है. इनमें शुभ वैष्णव प्रतीक यानी शंख, पद्म के साथ चक्र और मृगतृष्णा भी दिखती है.
सिर पर सोने का मुकुट
रामलला का मुकुट सोने से बना है और इसकी कीमत 11 करोड़ बताई जाती है. माणिक-पन्ना और हीरे से जड़ित है. मुकुट के मध्य में सूर्यदेव हैं. मुकुट के दायीं ओर मोतियों की लड़ियां की कढ़ाई है. श्रीराम के माथे को हीरे-पन्ने और माणिक के शुभ तिलक से सजाया गया है.
चांदी के खिलौने
भगवान रामलला के समक्ष चांदी से बने झुनझुना, हाथी-घोड़ा और खिलौने रखे गए हैं.
कुंडल भी नयनाभिराम
श्रीरामलला के काने में कुंडल भी सुनहरे औऱ चमकदार हैं. इन्हें मुकुट के साथ मेल खाती डिजाइन में बनाया गया है. कुंडलों में मोर बना है. सोने से बने कुंडलों में भी हीरा-पन्ना और माणिक जड़ा है.
बाजूबंद
भगवान राम की भुजाओं पर सोने और बहुमूल्य बेशकीमती रत्नों से जड़ित बाजूबंद शोभायमान हैं.
कंठमाला भी मनमोहक
राम के गले में अर्द्धचंद्राकार रत्नों से जड़ी कंठमाला है. इसमें मंगल विधान रचते पुष्प भी बने हैं. सूर्यदेव के साथ सोने की कंठमाला में हीरे, माणिक्य और पन्ने लगे हैं. इसके नीचे पन्ने की लड़ियां लगी हैं.
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