अजय कश्यप/ बरेली: कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है. कांवड़ के समय बहुत से भक्त शिवलिंग में जल चढ़ाने जाते है. ओमप्रकाश राजभर के शिवलिंग पर जल चढ़ाने का एक बयान बहुत चर्चा में है. उनके बयान के बाद बरेली के उलेमा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्टीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने ओम प्रकाश राजभर का विरोध करते हुए कहा कि इस्लाम में मूर्ति पूरी तरह से वर्जित है. जिस तरह से ओपी राजभर ने मुसलमान को शिवलिंग को जल चढ़ाने की सलाह दी है वह इस्लाम ऐसा करने की इजाजत नहीं देता है और जो भी ओम प्रकाश राजभर बोल रहे हैं वह गैर शरीयत है जिसका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है. 


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पूरा मामला क्या है
दरअसल, ओपी राजभर ने मुस्लिम समुदाय से एक अपील कि 'मुस्लिम घर से निकलें और भोलेनाथ को जल चढ़ायें. अल्ला ईश्वर तेरो नाम सबको सम्मत दे भगवान. सब एक ही हैं'. राजभर ने कहा कि हम लोग शंकर भगवान को मानते है और उनकी पूजा भी करते है, इसके लिए कांवड़ के समय हम जल लेकर निकलते हैं. कांवरिए जिस मकसद के लिए जा रहे है वह उस मकसद को पूरा करें. 


तेजपाल की मुहर्रम जुलूस में मौत 
हिन्दू युवा तेजपाल की बरेली में मुहर्रम जुलूस में पिटाई से मौत के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज है. योगी सरकार में कोई भी गलत काम करेगा तो उसे दंड मिलेगा. पिछले सात सालों में राज्य में कोई दंगा या छिटपुट घटना नहीं हुई है. हम सभी भारतवासी हैं और सभी को एकजुट रहना चाहिए.


राव मुशर्रफ अली का बयान
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की विभाग संयोजक राव मुशर्रफ अली ने प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि मैं उनके इस बयान का समर्थन करता हूं यह स्वागत योग्य में बयान है और भारत में रहने वाले सभी मुस्लिम के पूर्वज भगवान श्री राम है कृष्णा है भोले बाबा हैं ऐसे में सभी को अपने पूर्वजों की परंपरा का पालन करते हुए भोले बाबा पर जल चढ़ाना चाहिए उनकी पूजा करना चाहिए और जब कावड़ यात्रा के दौरान के नाम शिवा ढाबा शिव ढाबा भोला ढाबा हो सकता है जब वे अपने प्रतिष्ठानों के नाम शिव के नाम पर रख सकते हैं तो उनकी पूजा क्यों नहीं कर सकते उन पर जल क्यों नहीं चढ़ा सकते.


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