UP News: यूपी में राज्‍य, केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों और विधि संस्‍थानों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए जरूरी खबर है. यूपी के विश्‍वविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के खिलाफ अगर कोई मुकदमा दर्ज होता है तो उन्‍हें डिग्री और मार्कशीट से हाथ धोना पड़ सकता है. भारतीय विधिज्ञ परिषद (BCI) ने सभी विश्‍वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है. 


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मुकदमा दर्ज होने पर नहीं मिलेगी डिग्री
नई गाइडलाइन के मुताबिक, अगर किसी छात्र के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज होता है तो उसकी डिग्री और मार्कशीट नहीं मिलेगी. इतना ही नहीं अगर कोई छात्र ऐसी जानकारी छिपाता है तो उसके खिलाफ भी एक्‍शन लिया जाएगा. प्रवेश लेते समय ही छात्रों को इसकी जानकारी साझा करनी पड़ेगी. उन्‍हें शपथ पत्र देना होगा कि उनके खिलाफ कोई मुकदमे दर्ज नहीं हैं. 


बायोमीट्रिक हाजिरी भी अनिवार्य 
बीसीआई ने साफ कहा है कि यदि लॉ छात्रों ने जानकारी छिपाई तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. उनकी डिग्री और मार्कशीट को भी रोक दिया जाएगा. इतना ही नहीं यदि किसी छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है या पहले से दर्ज होगा तो इसकी सूचना बीसीआई को दी जाएगी. बीसीआई के आदेश पर ही छात्रों को अंतिम वर्ष की डिग्री और मार्कशीट दी जा सकेगी. इसके अलावा छात्रों की बायोमीट्रिक हाजिरी भी अनिवार्य कर दी है. 


कक्षाओं में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे 
सभी विश्‍वविद्यालयों की कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग को वेरिफिकेशन और जांच के लिए एक साल तक सुरक्षित रखा जाएगा. इसके अलावा एलएलबी के साथ कोई दूसरी पढ़ाई नहीं कर सकेंगे. एलएलबी डिग्री के साथ विद्यार्थी किसी दूसरे रेगुलर पाठ्यक्रम की पढ़ाई भी नहीं कर सकेंगे. इसकी भी जानकारी साझा करनी होगी.