नई दिल्ली : बहराइच से बीजेपी की सांसद सावित्री बाई फुले ने एक बार फिर से विवादित बयान देकर अपनी ही पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर कहा कि हनुमान जी मनुवादियों के गुलाम थे. कुछ दिन पहले राजस्थान में सीएम योगी ने एक चुनावी सभा में हनुमान जी को कथित तौर पर दलित बताया था, लेकिन इस बयान पर काफी विवाद हो गया था. इसके बाद यूपी सरकार की ओर से कहा गया था कि उनके बयान को सही ढंग से नहीं दिखाया गया.


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इसी बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी की बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा, हनुमान जी दलित थे, लेकिन मनुवादियों के गुलाम थे. यदि हनुमान जी इंसान थे तो उनको पूंछ क्यों लगाई गई. उनके मुंह पर कालिख क्यों पोती गई. उन्हें बंदर क्यों बनाया गया. देश में दलित और पिछड़े समाज के लोगों ने जब जब जरूरत हुई अपना योगदान दिया. अगर हनुमान भगवान हैं तो उन्हें बंदर क्यों बनाया गया. उन्हें तो इंसान बनाना चाहिए था. ऐसा कहकर दलित समाज का अपमान किया जा रहा है.


यह पहली बार नहीं है, जब सावित्री बाई फुले ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान दिया है. इससे पहले आरक्षण और एससी एसटी एक्ट के मामले में वह अपनी पार्टी को चेतावनी दे चुकी हैं. वह काफी समय से बीजेपी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा चुकी हैं.


माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनावों में बीजेपी सावित्री बाई फुले का टिकट काट सकती है. ऐसे में वह भी बीएसपी या किसी दूसरी पार्टी का दामन थाम सकती हैं. हालांकि अब तक उन्होंने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है.