महज 6 सेकंड में जमींदोज हुआ मुख्तार के करीबी का अवैध आशियाना
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) जिले में माफिया मुख्तार अंसारी (Mafia Mukhtar Ansari) के करीबी गणेशदत्त मिश्र की 6 मंजिला अवैध बिल्डिंग को जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया. बिल्डिंग बनाने में की गई थी नियमों की अनदेखी. कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई हुई है.
अनिल कुमार/ गाजीपुर: मऊ विधायक मुख्तार अंसारी और उनके परिवारवालों पर शासन-प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है. मुख्तार के एक और करीबी प्रॉपर्टी डीलर गणेशदत्त मिश्र की छह मंजिला बिल्डिंग को ढहा दिया गया है. रविवार सुबह ही इमारत को गिराने की कवायद शुरू हो गई थी. बहुमंजिला इमारत को 4 पोकलेन मशीन और जेसीबी मशीन से गिराया गया. कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई हुई है.
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कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई
डीएम की अगुवाई में 8 सदस्यीय अधिकारियों के बोर्ड ने देर रात एसडीएम कोर्ट के फैसले को सुरक्षित रखते हुए बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण पर मुहर लगाई. इस बहुमंजिला बिल्डिंग को गिराने के लिए एसडीएम कोर्ट के आदेश पर जिलाधिकारी की अगुवाई वाली आठ सदस्यीय बोर्ड ने शनिवार देर शाम को ही मुहर लगा दी थी. कल रात को ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अवैध बिल्डिंग का निरीक्षण किया.
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बिल्डिंग निर्माण में नियमों की अनदेखी
गणेशदत्त मिश्र ने अपने पिता शिवशंकर मिश्र के नाम पर श्रीराम कॉलोनी में बिल्डिंग का निर्माण करवाया. इस मामले में राहत के लिए गणेशदत्त मिश्र हाईकोर्ट गए थे, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली. करीब एक महीने पहले एसडीएम कोर्ट ने उनकी बिल्डिंग को गिराने का आदेश दिया था. आरोप है कि निर्माण में मास्टर प्लान के नियमों की अनदेखी की गई है. अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का सदर एसडीएम ने नोटिस जारी किया था.
मुख्तार के बेटों पर भी कसा था शिकंजा
इससे पहले लखनऊ पुलिस ने मुख्तार के दोनों बेटों अब्बास और उमर अंसारी पर शिकंजा कसा था. दोनों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया. बता दें कि गणेशदत्त मिश्र ने पिछले दिनों समाजवादी पार्टी का दामन थामा था. पिछले कुछ महीनों से शासन-प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी समेत कई माफिया और उनके करीबियों पर लगातार कार्रवाई चल रही है.
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