लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 20 दिसंबर (शुक्रवार) को हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. इस दौरान लखनऊ समेत कई जगहों पर उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की. इसके साथ ही जमकर तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. वहीं, अब लखनऊ में पुलिस ने इन उपद्रवियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने लखनऊ में हिंसा के दौरान हुई सार्वजनिक संपत्तियों व अन्य संपत्तियों के नुकसान का सर्वे शुरू करा दिया है. लोक निर्माण विभाग द्वारा ये सर्वे किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस सर्वे की रिपोर्ट शनिवार शाम तक आ जाएगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के मुताबिक, नुकसान करने वालों को हर्जाने का नोटिस भेजा जाएगा. साथ ही ऐसे लोगों से सख्ती के साथ जुर्माना वसूला जाएगा. बता दें कि लखनऊ में अभी जिला स्तर से करीब एक दर्जन लोगों को नोटिस भेजा गया है. वहीं, लखनऊ जोन के सभी पुलिस अधिकारियों की एक आपात बैठक लोकभवन में बुलाई गई है. लोकभवन में एडीजी जोन, आईजी रेंज और लखनऊ एसएसपी को बुलाया गया है. सभी अधिकारी लोकभवन पहुंच चुके हैं. 


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसक प्रदर्शनों के बाद कहा था कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए. वहीं, लखनऊ में इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है. पुराने लखनऊ के इलाके में दंगा करने वाले उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है. ठाकुरगंज के बड़ी संख्या में उपद्रवी शामिल थे. पुलिस ने उपद्रवियों की तस्वीरें जारी कर दी हैं. पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.