कौशांबी (अजय कुमार) : समाजवादी पार्टी की सरकार में कौशाम्बी में हुए अवैध बालू खनन की जांच सीबीआई अफसरों ने तेज कर दी है. रविवार को सीबीआई के अफसरों ने एक क्लर्क और चपरासी के साथ अवैध खनन में लिप्त लोगों के रहने वाले स्थानों पर छापे मारकर जानकारी जुटाई. अफसरों ने यहां पर मकान के मालिकों और स्थानीय लोगों से काफी देर तक पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं. सीबीआई की पूछताछ के बाद लोगों ने बताया कि सीबीआई के अफसर उनसे यह पूछ रहे थे कि जो भी लोग यहां रह रहे थे उनका प्रोफाइल, हुलिया और पहनावा आदि कैसा था. 


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सीबीआई की जांच में अब तक कौशाम्बी के डेढ़ दर्जन से अधिक बालू के खनन में लिप्त लोगों के बयान दर्ज कर किए जा चुके हैं. इसके साथ ही तत्कालीन एसडीएम गणेश प्रसाद, खनन अधिकारी अरविंद कुमार को तलब कर पूछताछ कर चुकी है. बालू खनन की जांच कर रही सीबीआई का सारा फोकस ‘सिंडीकेट’ पर है. सीबीआई ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर सिंडीकेट किसके बूते पर यहां सक्रिय था और खनन करवा रहा था. सिंडीकेट के मददगार लोग कौन थे, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. 


संतोष तिवारी के मुताबिक सीबीआई ने हमने सिंडिकेट के बारे में पूछा है कि यह कौन लोग हैं, कितने लोग थे. सीबीआई के पास कुछ लोगों की फोटो है जिसको दिखाकर यह पहचान कराने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह लोग लिप्त थे. अब तक एसडीएम गणेश प्रसाद और खनन अधिकारी अरविन्द कुमार से पूछताछ की जा चुकी है और भी लोग बुलाए जा सकते हैं. हमको भी पहचान कराने के लिए बुलाया गया था. तत्कालीन जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के बारे में भी पूछा गया है कि उनके सिंडिकेट से कैसे रिश्‍ते थे. 


 



सुशील कुमार के मुताबिक सीबीआई के अफसरों के बारे में जानकारी नहीं है. कौन अफसर है. अभी यहां आये थे. हमने मकान किराए पर दिया था उसी के बारे में पूछताछ कर रहे थे कि कौन लोग यहां रह रहे थे, कहां से आये थे, इसी के बारे में पूछा है.


22 जून से कौशाम्बी में कैम्प बनाकर जांच कर रही सीबीआई ने बालू खनन के मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. पूछताछ का सिलसिला तेज करने के साथ ही सीबीआई ने सिंडीकेट तक पहुंचने की कोशिश भी शुरू कर दी है. सिंडीकेट में शामिल एक-एक आदमी को बेनकाब करने की कोशिश जारी है. हालांकि सिंडीकेट में शामिल तमाम बड़े नामों व उनकी फोटो सीबीआई के पास हैं.


इनकी फोटो दिखाकर इनकी कौशाम्बी में क्या गतिविधि थी, इनके किस अफसर से अच्छे ताल्लुकात थे यह पता लगाया जा रहा है. साथ ही यह भी पता करने की कोशिश की जा रही है कि आखिर सिंडीकेट किसकी शह पर यहां सक्रिय था और इतनी मजबूत स्थिति में था कि प्रशासन भी उस वक्त बौना था. रविवार को सीबीआई ने संतोष तिवारी, सुशील कुमार के घर में अचानक पहुंच कर पूछताछ की. जांच के दौरान अफसरों ने आसपास के लोगों का भी बयान दर्ज किया.