गौरव श्रीवास्तव/इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा में सोमवार को सीबीआई टीम ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाले को लेकर छापेमारी की. ठेकेदार पुनीत अग्रवाल के आवास विकास कॉलोनी चौगुर्जी स्थित मकान पर सीबीआई के 6 सदस्य पहुंचे और छानबीन की. हालांकि सीबीआई टीम ने इस बारे में कुछ भी जानकारी शेयर करने से इनकार किया.


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अखिलेश यादव की सरकार में राजधानी लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट घोटाले को लेकर 2 जून को हुई एफआईआर में 190 लोगों को नामजद किया गया है. सीबीआई की छापेमारी इसी को लेकर एक साथ कई जगहों पर की जा रही है.


चार घंटे तक की गहन छानबीन
सीबीआई की टीम 4 घंटे से अधिक समय तक चोगुर्जी स्थित पुनीत अग्रवाल के पर रुकी रही. उसके बाद आवास विकास कॉलोनी स्थिति मकान पर जाकर मकान को सील करने की कार्रवाई की. साथ ही पुनीत अग्रवाल के घर से तमाम दस्तावेज इकट्ठा करके ले गई. सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पुनीत अग्रवाल ने किस तरह से गोमती रिवर फ्रंट के निर्माण में भूमिका निभाई है.


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यह भी जानकारी सामने आई है कि सीबीआई की टीम पुनीत अग्रवाल से पूछताछ के लिए सवालों से जुड़ी हुई एक लिस्ट भी लाई थी, जिसके माध्यम से ठेकेदार पुनीत अग्रवाल से यह जानने और समझने की कोशिश थी कि उन्होंने किस तरह से गोमती रिवर फ्रंट के लिए किस-किस सामग्री की आपूर्ति की है. साथ ही कौन-कौन से निर्माण में उनकी भूमिका है.


CBI इस एंगल से भी करेगी जांच 
इसके अलावा पुनीत अग्रवाल को किसी राजनेता ने तो ठेका दिलाने में मदद नहीं की. इस एंगल से भी जांच कर रही है. साथ ही कमीशन का स्तर क्या रहा है. इस तरह के कुछ सवाल पुनीत अग्रवाल से पूछे जाने का मन बना करके सीबीआई की टीम आई थी. लेकिन पुनीत अग्रवाल के न मिलने से अब टीम के दोबारा आने की उम्मीद है. सीबीआई टीम इटावा एसएसपी कार्यालय पर मिलने पहुंची. जानकारी के मुताबिक टीम इटावा ही रहेगी और जांच को आगे बढ़ाएगी.


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