CBI कर रही है सीबीआई अधिकारी के घर छापेमारी, जानें पूरा मामला
जिले के पंजाबी कॉलोनी में उस समय हडकंप मच गया, जब सीबीआई(Central Bureau of Investigation) की टीम कार्रवाई करने पहुंची. गाजियाबाद सीबीआई में डीएसपी पद पर तैनात राजीव ऋषि के घर बुधवार को सीबीआई की टीम पहुंची.
सहारनपुर: जिले के पंजाबी कॉलोनी में उस समय हडकंप मच गया, जब सीबीआई(Central Bureau of Investigation) की टीम कार्रवाई करने पहुंची. पूर्व में गाजियाबाद सीबीआई में डीएसपी पद पर तैनात राजीव ऋषि के घर बुधवार को सीबीआई की टीम पहुंची. बताया जा रहा है कि रिश्वत कांड में राजीव ऋषि को हाल ही में सस्पेंड किया गया है, इसी सिलसिले में सीबीआई की टीम राजीव के घर पर छापा मारी है.
देवबंद में आज सुबह रेलवे रोड स्थित पंजाबी कॉलोनी मे CBI के सस्पेंड DSP राजीव ऋषि के यहां सीबीआई की छापेमारी हो रही है. बताया जा रहा है कि राजीव गाजियाबाद में सीबीआई में डीएसपी के पद पर तैनात थे, जो बैंको और कंपनियों की जांच पड़ताल कर रहे थे. बताया जा रहा है कि इन के तीन ओर साथी भी रिश्वत और किसी मामले में दोषी पाए गए है. राजीव को दोषी पाए जाने पर 2 दिन पहले सस्पेंड कर दिया गया.
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कौशांबी में भी की थी कार्रवाई
बताया यह भी जा रहा है कि सीबीआई ने 5 दिन पहले उनके निवास (कौशांबी ) गाजियाबाद पर भी छापेमारी की थी. इसी के चलते आज उनके देवबंद स्थित आवास पर सीबीआई ने कार्रवाई की. सीबीआई ने मीडिया कर्मी व लोकल पुलिस को भी अपनी इस छापामारी से दूर रखा हुआ है. किसी को भी पास आने नहीं दिया जा रहा है. 1 दर्जन से अधिक सीबीआई की टीम सुबह से ही राजीव ऋषि के यहां छापेमारी कर रही है जो अभी भी चल रही है.
जानें क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि सीबीआई ने हाल ही में बैंक धोखाधड़ी करने की आरोपी कंपनियों के खिलाफ जांच में कथित तौर पर समझौता करने और रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई के चार कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. सीबीआई के अधिकारियों ने शनिवार को बताया था कि एजेंसी ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के पुलिस उपाधीक्षकों आर के ऋषि और आर के सांगवान के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करने की सिफारिश की.
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग सीबीआई के लिए नोडल मंत्रालय है. आठ पन्नों वाली एफआईआर में लगाए गए आरोपों के अनुसार निरीक्षक धनखड़ ने सांगवान और ऋषि से रिश्वत के पैसे लिए, जो श्री श्याम पल्प एंड बोर्ड मिल्स के पक्ष का अनुरोध कर रहे थे, ये कंपनी 700 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में, और फ्रोस्ट इंटरनेशनल 3,600 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में आरोपी है. सीबीआई ने अपने चार कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं इसके अलावा दो वकीलों ,श्री श्याम पल्प और बोर्ड मिल्स के अतिरिक्त निदेशक मनदीप कौर ढिल्लों और फ्रोस्ट इंटरनेशनल के निदेशक सुजय देसाई और उदय देसाई के खिलाफ मामला दर्ज किया.
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