प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने लिए ये अहम फैसले, मिल सकती है राहत
Advertisement

प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने लिए ये अहम फैसले, मिल सकती है राहत

आपको बता दें कि 14 अक्टूबर को प्याज व्यापारियों पर हुई इनकम टैक्स की कार्रवाई के बाद मंडी में व्यापारी नहीं आ रहे थे, यानी एक तरह से मंडी में प्याज का काम-धाम बंद था, बीते सोमवार को जब मंडी खुली तो प्याज की कीमतों में 2000 रुपए प्रति क्विंटल तक का अचानक उछाल देखने को मिला.

प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने लिए ये अहम फैसले, मिल सकती है राहत

लखनऊ: प्याज की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने अहम फैसले लिए हैं. देश में प्याज की सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने प्याज इम्पोर्ट के नियमों में ढील दी है. साथ ही बेहिसाब बढ़ती कीमतों को काबू करने के लिए बफर स्टॉक से ज्यादा प्याज बाजार में आपूर्ति करने का भी फैसला किया गया है. 

क्यों उठाना पड़ा कदम
देश में नई फसल आने में अभी एक महीने का वक्त बाकी है ऐसे में प्याज की सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार आयात पर जोर दे रही है. मंगलवार को देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में प्याज का औसत मूल्य 7300 रुपये प्रति क्विंटल था. ये कीमत पिछले 10 महीने में सबसे ज्यादा है. कंज्यूमर अफेयर्स मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को चेन्नई में प्याज की खुदरा कीमतें 73 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गईं थी. दिल्ली में प्याज 50 रुपये प्रति किलो, कोलकाता में 65 रुपये प्रति किलो और मुंबई में 67 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है. एक अनुमान है कि अगर कीमतें ऐसे ही बढ़ती रहीं तो दिवाली तक प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच जाएंगी. कंज्यूमर अफेयर्स मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि खरीफ फसल की 37 लाख टन प्याज जल्द मंडियों में पहुंच जाएगी जिससे कीमतों में राहत देखने को मिलेगी. 

क्यों बढ़े प्याज के दाम 
अभी रबी फसल की भंडार की हुई प्याज बाजार में बिक रही है. पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में भारी बारिश हुई. ये तीनों राज्य प्याज के मुख्य उत्पादक हैं. बारिश की वजह से खड़ी खरीफ की फसल के साथ साथ गोदामों में रखे प्याज को भी काफी नुकसान हुआ है. जिसकी वजह प्याज की सप्लाई घटने की आशंका पैदा हो गई और कीमतों में अचानक उछाल देखने को मिला. आमतौर पर मॉनसून से लेकर सर्दियों से पहले तक प्याज की कीमतों में उछाल दिखता ही है. 

ईरान से मंगाया गया प्याज
इसके पहले भी प्याज की कीमतों को काबू करने के लिए 19 अक्टूबर को नवी मुंबई के एपीएमसी मार्केट में ईरान का 600 क्विंटल प्याज आया था. जिसमें से 25 टन प्याज एपीएमसी मार्केट मे पहुंचा. ईरानी प्याज की कीमतें 55-60 रुपए किलो है. 

प्याज व्यापारियों पर हुई थी IT की कार्रवाई
आपको बता दें कि 14 अक्टूबर को प्याज व्यापारियों पर हुई इनकम टैक्स की कार्रवाई के बाद मंडी में व्यापारी नहीं आ रहे थे, यानी एक तरह से मंडी में प्याज का काम-धाम बंद था, बीते सोमवार को जब मंडी खुली तो प्याज की कीमतों में 2000 रुपए प्रति क्विंटल तक का अचानक उछाल देखने को मिला.

WATCH LIVE TV

Trending news