सीएम योगी की सुरक्षा में तैनात कमांडों को कितनी मिलती है सैलरी, कैसे दी जाती है ट्रेनिंग?
CM Yogi Security: हाल ही में हुए चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ की भारी डिमांड रही. सीएम योगी महाराष्ट्र, झारखंड के अलावा जम्मू कश्मीर और हरियाणा में भी चुनावी रैली की.
CM Yogi Security: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के काफी चर्चे हैं. सीएम योगी की सुरक्षा को लेकर कहा जाता है कि यह किसी अभेद किले से कम नहीं है. ब्लैक कमांडो से घिरे सीएम योगी तक किसी का पहुंचना मुमकिन ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. तो आइये जानते हैं सीएम योगी की सुरक्षा में कौन-कौन जवान तैनात रहते हैं?. उन्हें कितना वेतन मिलता है.
कई बार जान से मारने की धमकी
सीएम योगी आदित्यनाथ को कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. ऐसे में उनकी सुरक्षा भी कड़ी है. सीएम योगी की सुरक्षा एक ऐसी अभेद किला है जिसके आस-पास भी अगर दुश्मन ने अपनी आखें टेढ़ी तो समझो अपनी मौत को दावत दे दिया. सीएम योगी आदित्यनाथ को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली है. इसमें ब्लैक कमांडो शामिल होते हैं.
28 कमांडो का सुरक्षा घेरा
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की सुरक्षा में एक-दो नहीं बल्कि पूरे 28 कमांडो तैनात रहते हैं. इसके अलावा उनकी सुरक्षा में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों के साथ पीएसी के जवान भी रहते हैं. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सीएम योगी की सुरक्षा में तैनात एनएसजी कमांडो के ग्रुप कमांडर को प्रतिमाह 1 लाख से सवा लाख रुपये वेतन मिलता है. वहीं, स्क्वॉइन कमांडर को 90 हजार से एक लाख रुपये तक वेतन मिलता है. टीम कमांडर को हर महीने 80 से 90 हजार रुपये मिलते हैं.
जेड प्लस सुरक्षा में कितने जवान
जेड प्लस देश की दूसरी सबसे बड़ी सुरक्षा है. इसमें 28 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. इनमें 10 एनएसजी और एसपीजी के जवान रहते हैं. साथ ही कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं. इनमें आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं. इस सुरक्षा में पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती थी. अब एनएसजी के जवान हटा लिए गए हैं.
मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग
जेड प्लस सुरक्षा में एस्कॉर्टवस और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं. जेड प्लस की सुरक्षा में तैनात जवानों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग मिली होती है. ये बिना हथियार के भी दुश्मन से लड़ सकते हैं. अत्याधुनिक एमपी-5 बंदूकों और कम्युनिकेशन के साधनों से भी लैस होते हैं. सीएम योगी की सुरक्षा काफिले में जैमर, रोड ओपनिंग गाड़ियां इन्हें दी जाती हैं.