धर्मांतरण रैकेट: लखनऊ की प्रियंका बनी फातिमा, पति के धर्म बदलने के बाद राजेश्वरी भी बन गई रजिया
फातिमा के पति ने घरवालों से मारपीट की और वाद विवाद बढ़ने पर मुकदमा भी लिखा गया. प्रियंका के घरवालों का कहना है कि उनके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है और वह इसे एक्सेप्ट नहीं कर सकते.
मयूर शुक्ला/लखनऊ: यूपी में बड़े स्तर पर धर्मांतरण के खुलासे के बाद अब नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. कानपुर के आदित्य के अब्दुल कादिर बनने के बाद लखनऊ और फतेहपुर से भी ऐसे ही मामले सामने आए हैं.
प्रियंका से बन गई फातिमा
लखनऊ के अलीगंज इलाके की प्रियंका सेन अब फातिमा बन गई है. अपने आंसुओं को पोछती हुई प्रियंका की मां ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद साल 2013 में बेटी ने नौकरी करना शुरू की. जहां पर उसकी मुस्लिम लड़कों से दोस्ती हुई. इसके बाद उसके चाल चलन में परिवर्तन आया और वह मुंबई चली गई और 7 साल तक वापस नहीं लौटी बस फोन पर बात होती रही. उसने कभी नहीं बताया कि उसने धर्मांतरण कर लिया है.
7 साल बाद जब वह वापस घर लौटी तो उसके साथ दो बच्चे थे. उसने बताया कि वह अब प्रियंका से फातिमा बन गई है और अपना हिस्सा लेने आई है. फातिमा के पति ने घरवालों से मारपीट की और वाद विवाद बढ़ने पर मुकदमा भी लिखा गया. प्रियंका के घरवालों का कहना है कि उनके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है और वह इसे एक्सेप्ट नहीं कर सकते.
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राजेश्वरी से बनीं रजिया
धर्मांतरण कर श्याम प्रताप सिंह से डॉ. उमर गौतम बनने से उसके परिवार ने उससे संबंध खत्म कर लिए थे. उसकी पत्नी भी इससे बेहद आहत थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले की जानकारी पर ससुर ने धर्म वापसी की शर्त पर उमर को ईंट भट्ठा व संपत्ति देने का प्रस्ताव रखा लेकिन उसने इसे ठुकरा दिया. वह पत्नी का ब्रेनवास करता रहा. जिसके चार साल बाद पत्नी भी बुरी टूट गई और वह उमर के साथ दिल्ली लौट कर राजेश्वरी से रजिया गौतम बन गई.
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कानपुर का आदित्य बना अब्दुल कादिर
आपको बता दें कि आदित्य मार्च के महीने में घर से लापता हो गया था. जो 20 जून को रहस्यमय हालात में घर वापस लौट आया था. परिवार को घर में उसके धर्मांतरण के बारे में जानकारी अब्दुल कादिर नाम के कन्वर्जन सर्टिफिकेट से हुई. हालांकि, परिवार को अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि असल में वह इस गैंग में कैसे फंस गया.
एटीएस को मिली सात दिनों की कस्टडी रिमांड
दोनों आरोपियों मौलाना उमर गौतम और जहांगीर के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई होगी. यूपी एटीएस ने दोनों अभियुक्तों की सात दिनों की कस्टडी रिमांड हासिल कर ली है. बुधवार से दोनों से पूछताछ शुरू की जाएगी.
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