2 साल 2 महीने और 7 दिन बाद फिर उसी काल कोठरी की `तन्हाई` में मुख्तार
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का अब नया ठिकाना तन्हाई बैरक है. मुख्तार को मगंलवार को पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल लाया गया.
बांदा: आखिरकार दो साल के बाद पूर्वांचल का माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) एक बार फिर बांदा जेल पहुंच गया है. यूपी पुलिस की भारी-भरकम सुरक्षा टीम के बीच मुख्तार अंसारी को पंजाब (Punjab) की रोपड़ जेल से लेकर बांदा जेल (Banda Jail) पहुंची. मुख्तार को बैरक नं- 16 (Barrack Number 16) में रखा गया है. आज उसका कोरोना का (आरटीपीसीआर टेस्ट) भी करवाया जाएगा.
बैरक नं 15 से शिफ्ट किया गया
बांदा जेल पहुंचने के बाद मुख्तार अंसारी का मेडिकल चेकअप कराया गया. पहले तो मुख्तार को सामान्य बैरक में रखा गया था, लेकिन बाद में उसे जेल के अंदर बैरक नंबर-15 (Barrack Number 15) में शिफ्ट किया गया. फिर अचानक से उसे बैरक नंबर 16 में शिफ्ट कर दिया गया. इस बैरक को तन्हाई बैरक कहा जाता है. तन्हाई बैरक का मतलब है कि उसमें वो अकेला रहेगा, उसके साथ कोई नहीं होगा.
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रखी जाएगी हर गतिविधि पर नजर
बांदा जेल में पहली बार ड्रोन कैमरे (Drone Camera) से निगरानी रखे जाने की बात सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि बैरक नबंर-16 को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे (CCTV) से कवर किया गया है. कैमरों के जरिए मुख्तार पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी .
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इस रास्ते से बांदा पहुंचा
मंगलवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्तार को लेकर यूपी पुलिस (Up Police) शाम करीब 6 बजे यूपी की सीमा में प्रवेश कर गई. माफिया डॉन की एम्बुलेंस के आगे-पीछे और अगल-बगल पुलिस के वाहनों का काफिला चलता रहा था. पुलिस के काफिले के पीछे मीडिया की भी कई गाड़ियां थीं. मुख्तार को लेकर पुलिस का काफिला पंजाब के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे और फिर इटावा के बाद कानपुर के पहले घाटमपुर के रास्ते बांदा पहुंचा था. पंजाब से लाते समय मुख्तार के काफिले का रूट तीन बार बदला गया. जेल आने से एक घंटे पहले पूरी रोड को बैरिकेड कर दिया गया था.
परिवार को सता रहा है डर
माफिया मुख्तार की पत्नी अशफां अंसारी ने बीते दिनों राष्ट्रपति को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने अपने पति की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपील की थी. अशफां ने पत्र में मुख्तार के फर्जी एनकाउंटर में मारे जाने की आशंका भी जताई थी. वहीं, मंगलवार को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है और पति को पर्याप्त सुरक्षा देने की मांग की है. उनकी पत्नी ने कहा कि उनका हश्र भी विकास दुबे जैसा हो सकता है.
रोपड़ जेल में था बंद
25 जनवरी 2019 से आरोपी रोपड़ जेल में बंद था. करीब 26 महीने में यूपी में चल रहे 54 केसों की सुनवाई हुई लेकिन हर बार सुनवाई टली. वह एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुआ था. मोहाली के रियल एस्टेट कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में बाहुबली विधायक मुख्तार को 21 जनवरी 2019 को प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली लाया गया. वो 24 जनवरी तक मोहाली में रहा जबकि 25 जनवरी को उसे रोपड़ जेल पहुंचाया गया था.
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