UP Encounter: यूपी की योगी सरकार में लगातार एनकाउंटर्स चर्चाओं में रहे हैं. सरकार का दावा है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था सख्त करने के लिए अपराधियों और माफियाओं का सफाया किया गया है, लेकिन ये एनकाउंटर्स लगातार विवादों में रहे हैं. अब लखनऊ और पीलीभीत का एनकाउंटर सुर्खियों में है.
लखनऊ में बैंक के 42 लॉकर तोड़कर चोरी करने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस ने बड़ा ऑपरेशन चलाया. चोरी करने वाले 2 बदमाशों की पुलिस मुठभेड़ में आज मौत हो गई है. पहली मुठभेड़ लखनऊ में हुई और दूसरी मुठभेड़ गाजीपुर में हुई.
बैंक में चोरी के बाद से ही बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस एक्शन में है. लखनऊ के किसान पथ पर पुलिस और बदमाशों के बीच हुई इस मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश सोबिंद कुमार को गोली लगी. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई.
23 दिसंबर को पीलीभीत में यूपी और पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया. तीनों आतंकी 'खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स' आतंकी संगठन के थे. मौके से दो एके-47 और दो पिस्टल बरामद की गई. तीनों ने गुरदासपुर चौकी पर ग्रेनेड फेंका था.
5 सितंबर को एसटीएफ ने मंगेश यादव को सुल्तानपुर के देहात कोतवाली के हनुमानगंज बाईपास पर मुठभेड़ में मार गिराया था. मंगेश फरार था और उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. इस एनकाउंटर पर खूब सवाल खड़े हुए थे.
28 अगस्त को सुल्तानपुर में भरत जी सोनी ज्वैलर्स के यहां दिनदहाड़े डकैती करने वाले एक आरोपी अनुज प्रताप सिंह को पुलिस ने उन्नाव में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. ये आरोपी एक लाख का इनामी था और अमेठी के जनापुर गांव का रहने वाला था.
सुल्तानपुर ज्वैलरी शॉप डकैती कांड में शामिल एक लाख रुपये के इनामी अजय यादव को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद अरेस्ट कर लिया. इस कांड के दो बदमाशों को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया. वहीं, चार बदमाशों को एनकाउंटर गिरफ्तार किया.
यूपी में एनकाउंटर को लेकर सरकार ने गाइडलाइन भी जारी की हुई है. जिसमें कहा गया है कि हर एनकाउंटर की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी. ये कदम यूपी पुलिस ने पारदर्शिता बढ़ाने और जवाबदेही तय करने के लिए उठाया है.
रिपोर्ट्स की मानें तो उत्तर प्रदेश में एसटीएफ ने 2017 में 2, 2018 में 7, 2019 में 5, 2020 और 21 में 10-10, 2022 में 2, 2023 में 8 और 2024 में भी अब तक 9 से ज्यादा ही एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है.