Almora News: उत्तर प्रदेश में मथुरा, काशी और आगरा जैसे धार्मिक स्थलों वाले शहर ही बंदरों से परेशान नहीं हैं, पहाड़ों में बंदरों ने भयंकर उत्पात मचा रखा है. यही वजह है कि उत्तराखंड में वानर सेना के खिलाफ नसबंदी ऑपरेशन का अभियान चलाया जा रहा है. अकेले अल्मोड़ा जिले में दो हजार से ज्यादा बंदरों की नसबंदी कराई जा चुकी है, ताकि उनकी संख्या में और ज्यादा इजाफा न होने पाए.


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अल्मोड़ा वन प्रभाग, सिविल सोयम अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ वन प्रभाग क्षेत्रों से बंदरों को पकड़कर अल्मोड़ा के रेस्क्यू सेंटर लाया जा रहा है, जहां उनका बधियाकरण किया जा रहा है. सिविल सोयम वन प्रभाग के डीएफओ प्रदीप कुमार ने बताया कि आगामी मार्च महीने तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी. बधियाकृत बंदरों को फिर से जंगल में छोड़ दिया जाएगा.


डीएफओ  प्रदीप कुमार  ने बताया कि हमारा लक्ष्य बंदरों की संख्या को नियंत्रित करना है, ताकि वे किसानों की फसल को नुकसान न पहुंचा सकें. यह अभियान हमारी प्राथमिकता में है और हम इसे सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं.
इस पहल के तहत, अधिकारियों का मानना है कि यह न केवल किसानों को राहत देगा, बल्कि बंदरों की जनसंख्या को स्थिर करने में भी मदद करेगा.


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