उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो जाएगी. उत्तराखंड सरकार की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है. चार धाम के लिए यात्रियों का पहला जत्था रवाना हो गया है.
Trending Photos
हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में 10 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा का आगाज हो जाएगा. पुलिस ने चार धाम यात्रा को लेकर तैयारी पूरी कर दी है. बुधवार को हरिद्वार से चार धाम यात्रा के लए 135 यात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ. 10 मई को सभी लोग यमुनोत्री मंदिर के दर्शन करेंगे. ये जत्था 17 मई को चार धाम की यात्रा से वापस लौटेगा.
10 मई को केदारनाथ तो 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे
केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई 2024 को विधि विधान से खोले जाएंगे. तो वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई 2024 को सुबह 6 बजे ब्रह्म मुहूर्त में खोले जाएंगे.
कहां रुकेगा पहला जत्था
चारधाम यात्रा का पहला जत्था मसूरी से होकर बड़कोट में रुकेगा. बड़कोट से निकलकर यात्री यमुनोत्री के दर्शन करेंगे. इसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ मंदिर और बदरीनाथ धाम के दर्शन करेंगे. इस जत्थे में गुजरात और महाराष्ट्रे के लोग 10 टेंपों और एक कार से रवाना हुए. चार धाम यात्रा को लेकर यात्रियों में काफी उत्साह है.
केदारनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
केदारनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. ये नंबर हैं-9870963731, 01364-297878 और 01364-297879. तीर्थ यात्री अपनी समस्यायें और सुझाव यहां पर दर्ज करा सकते हैं.
यात्रा रूट को 02 सुपर जॉन ,07 जॉन और 20 सेक्टर में बांटा गया
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी का कहना है कि इस वर्ष चारधाम यात्रा में यात्रा रूट को 02 सुपर जॉन ,07 जॉन और 20 सेक्टर में बांटा गया है. जिसमें पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती की जाएगी. इसके साथ ही अति संवेदनशील यात्रा रूटों पर पुलिस फोर्स को बढ़ाया गया है. संवेदनशील यात्रा रूटों पर पुलिस ने पहली बार टूरिस्ट पुलिस असिस्टेंस बूथ लगाए गए हैं. जहां पर 24 घंटे पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी.
लैंडस्लाइड यात्रा रूटों पर टीमों की तैनाती
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि लैंडस्लाइड यात्रा रूटों पर एसडीआरएफ और फायर सर्विस की 6 सब टीमों की तैनाती की जाएगी. ये टीम गंगोत्री और यमुनोत्री के घाटों पर भी तैनात रहेगी. इसके साथ ही यमुनोत्री धाम में घोड़े खच्चर की व्यवस्था पिछले साल की भांति प्रीपेड टोकन रोटेशन सिस्टम की तरह ही रहेगी. यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा रूटों पर गत वर्ष की भांति मल्टीलिंगुअल फ्लेक्सी अधिक मात्रा में लगाई जाएगी जिनमें पुलिस के द्वारा लिखे दिशा-निर्देश अधिक से अधिक भाषाओं में उल्लेख होंगे.
सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा
वही गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी. 35 सीसीटीवी कैमरे चार धाम यात्रा रूटों पर लगाये गए हैं. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि हमारा प्रयास है कि यात्रा सुरक्षित और सुखद हो और यात्री यहां से यात्रा करके अच्छा संदेश लेकर जाए.
ऑफलाइन पंजीकरण शुरू
बुधवार से हरिद्वार और ऋषिकेश में सुबह सात से शाम सात बजे तक ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू हो गया है. धर्मनगरी में भी ऑफलाइन पंजीकरण के लिए 6 काउंटर बनाए गए हैं. इन पर हर धाम के लिए पांच-पांच सौ यात्रियों के पंजीकरण किए जाएंगे. उत्तराखंड में यात्रा करने वाले श्रद्धालु घर बैठे पंजीकरण करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को भी जगह-जगह ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाती है.
Kedarnath Dham: इस तारीख को खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट, जानें कब करेंगे बाबा के दर्शन