char dham yatra 2024 : हरिद्वार और ऋषिकेश में फिर शुरू हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन , केवल 1500 श्रद्धालुओं के ही किए जाएगें पंजीकरण
Uttarakhand News : चारधाम यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं के राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. अब श्रद्धालुओं के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शनिवार 1 जून से फिर से शुरु कर दिया गया है.
char dham yatra : चारधाम में 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने के बाद आज यानी 1 जून से दोबारा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं . रजिस्ट्रेशन शुरु होने के बाद ऋषिकेश से डेढ़ हजार यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया गया हैं . रजिस्ट्रेशन काउंटर पर श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है उनका कहना है कि कई दिनों से रजिस्ट्रेशन का वे इंतजार कर रहे हैं और आज जिस तरह से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है वो काफी धीमी गति से चल रही है.
हालांकि दोबारा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद केवल डेढ़ हजार यात्राओं का रजिस्ट्रेशन होने से अन्य यात्री शासन प्रशासन की टोकन सिस्टम द्वारा रजिस्ट्रेशन किए जाने से नाराज है. अभी भी कुछ यात्री बता रहे हैं कि उनको ऋषिकेश में 10 दिन से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अभी तक उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है.
अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्यूरियाल ने बताया कि अभी तक ऋषिकेश में जितने भी यात्रियों का बैकलॉग था वह अब पूरा हो चुका है. अब आज के लिए डेढ़ हजार यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चारों धामों के लिए किया गया तो वहीं डेढ़ हजार यात्रियों का रजिस्ट्रेशन हरिद्वार से किया गया है साथी उन्होंने कहा कि कुछ टूर ऑपरेटर द्वारा पूर्व में यात्रा कर चुके यात्रियों के आधार कार्ड की फोटो कॉपी लगाकर फर्जीवाड़ा भी किया जा रहा है जिसको लेकर भी शासन प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने जा रहा है.
क्या कहा श्रद्धालुओं ने
राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार के साथ कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को तेज किया जाना चाहिए. महिला श्रद्धालुओं का कहना है कि उनके दूसरे साथियों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है जबकि उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कुछ और श्रद्धालुओं का कहना है कि उनका राशन भी समाप्त हो गया है और पिछले एक हफ्ते से रजिस्ट्रेशन का इंतजार कर रहे हैं .
क्या कहा एसपी आरए लोक जीत सिंह
एसपी आरए लोक जीत सिंह का कहना है कि आज से 1500-1500 श्रद्धालुओं के दल को रजिस्ट्रेशन के बाद रवाना किया जा रहा है और धीरे-धीरे यात्रा को संपन्न करने के लिए इसी तरह से श्रद्धालुओं को भेजा जा रहा है. उनका कहना है की यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था पर भी फोकस किया जा रहा है ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना आए क्योंकि वीकेंड पर स्थानीय पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या भी बढ़ जाती है उनका कहना है.