Railway News: हरिद्वार-देहरादून सिर्फ एक घंटे, यूपी और उत्तराखंड के बीच नए रेल रूट पर धड़ाधड़ चलेंगी ट्रेन
Deoband Roorkee Railway Line: गर्मी के मौसम में हरिद्वार जाने वालों की भीड़ बढ़ जाती है. ट्रेनों और बसों में भी भारी भीड़ रहती है और काफी वक्त लगता है. लेकिन अगले कुछ महीनों में यह परेशानी दूर हो जाएगी.
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच नई रेलवे लाइन का काम जोरों पर है. इससे यूपी के कई शहरों से हरिद्वार की दूरी घट जाएगी और कई घंटे का वक्त बचेगा. देवबंद रुड़की रेल लाइन (Deoband-Roorkee Railway Line) का काम पूरी तेजी से चल रहा है और दिसंबर तक इसका समाधान हो जाएगा.
27.45 किमी की इस रेलवे लाइन से ट्रेन के जरिये दिल्ली से हरिद्वार (Saharanpur Haridwar Train route) में एक घंटा कम समय लगेगा. जबकि सहारनपुर रूट पर भी डेढ़ से दो घंटे का वक्त बच जाएगा. देवबंद रुड़की रेलवे लाइन का निर्माण कार्य 2006 में घोषणा के बाद कई साल लटका था और अब यह पूरा होने के करीब है.कोविड काल में भी निर्माण लटक गया और यह तीन साल करीब आगे खिसक गया. लेकिन अब रेल ट्रैक ने रफ्तार पकड़ ली है.
उत्तर प्रदेश में इस रेलवे ट्रैक की लंबाई 17 किलोमीटर तक रहेगी और उत्तराखंड में करीब 10 किलोमीटर लंबा रेल ट्रैक बिछा है. रेलवे लाइन यूपी के सहारनपुर में 14 गांवों से प्रवेश करती है. इसमें मंझौल जबरदस्तपुर, जाटौल,बंहेड़ा खास, साल्हापुर, माजरी, नियामत, रामपुर, चकरामबाडी, दिवालहेड़ी, दुनीचंदपुर, असदपुर करंजाली, नूरपुर और देवबंद हदूद की 87 हेक्टेयर की जमीन का अधिग्रहण हुआ है. उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के 11 गांवों से भी करीब 50 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण हो चुका है.
कम हो जाएगी दूरी
सहारनपुर के देवबंद से रुड़की तक नई रेल लाइन से राजधानी दिल्ली से रुड़की की दूरी 33 किलोमीटर कम होगी. ट्रेन अभी रुड़की से टपरी से गुजर जाती है. जबकि देवबंद रुड़की रेल लाइन से यह देवबंद से सीधे रुड़की जाएगी. इस रेलवे ट्रैक से मुख्य रेलवे मार्ग का संचालन भी तेज होगा.
फिलहाल दिल्ली से हरिद्वार ट्रेन मुजफ्फरनगर और टपरी के साथ सहारनपुर जाती है. टपरी और सहारनपुर पर बहुत ज्यादा घुमाव से ट्रेन की स्पीड ज्यादा नहीं बढ़ पाती. जबकि देवबंद से टपरी से रुड़की 60 किमी और सहारनपुर से रुड़की 76 किलोमीटर ही है. ये दूरी ढाई घंटे में तय हो पाती है. देवबंद रेलवे स्टेशन से रुड़की तक सीधे रेल रूट 28 किलोमीटर कम हो जाएंगे. सीधे रेल रूट से ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी. दिल्ली से हरिद्वार और देहरादून जाने में भी वक्त भी बचेगा.