देहरादून: केदारनाथ धाम में चल रहे पुर्ननिर्माण कार्य के तहत तीर्थ पुरोहितों के मकानों के निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा हैं. इसमें तीन तीन मंजिला भवनों का निर्माण हो रहा है. केदारसभा के तीर्थ पुरोहित उमेश चन्द्र पोस्ती ने भारत सरकार और प्रदेश सरकार व शासन प्रशासन से अपील की है कि ये भवन केदारनाथ मंदिर की उंचाई से ऊपर जा रहा है. लिहाजा इसमें रोक लगाई जाए. ऐसा नहीं होने पर इसी इमारत में धरने में बैठने की चेतावनी दी है.  यहां ग्यारहवे ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम में दूसरे चरण का पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है.


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आस्था का सवाल


इस पर पहले आम लोगों की ओर से ही बड़े पैमाने पर आपत्ति जताई गई थी, अब पुरोहितों ने भी आक्रोश व्यक्त किया है. पुरोहितों ने ऐलान कर दिया है कि इस पुर्निर्माण कार्य पर रोक लगाने के बाबत धरने पर बैठेंगे. जब इस पुर्निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई जाएगी, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा. पुरोहितों का कहना है कि '' इसे लेकर जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी और सीएम धामी को ज्ञापन सौंप चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है. दरअसल ग्यारहवे ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम में मंदिर के सामने तिमंजिला भवन के निर्माण पर पुरोहितों ने नाराजगी प्रकट की है. 
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प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार


पुरोहितों की मांग है कि ''तिमंजिला भवन का ऊंचाई मंदिर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. यदि ऐसा हुआ तो बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे.हमारा यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक की इस पुर्निर्माण पर रोक नहीं लगा दी जाती है.'' बताया जा रहा है कि इसे लेकर पुरोहितों  शासन और प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा  है.अब ऐसे में देखना होगा कि इस ज्ञापन पर शासन क्या जवाबी कार्रवाई करता है. आस्था के इस सवाल को पुरोहितों को भरोसे में लेकर ही हल करना होगा.


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