देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली का दौरा किया जहां उन्होंने परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से कुछ मांग की है. दरअसल, केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दो अन्य प्रस्तावों (प्रसिद्ध कैंची धाम और ऋषिकेश बाइपास) पर सैद्धांतिक सहमति दी है. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में गडकरी से मिलकर कई प्रस्तावों पर चर्चा भी की. 


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मांग पर भी समझौता हुआ
खैरना, रानीखेत, भतरौंजखान, भिकियासैंण, देघाट, महलचौरी, नागचुलाखाल, बुंगीधार, बैंजरों मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया गया था. उन्होंने नैनीताल, रानीखेत, सल्ट, कर्णप्रयाग और थैलीसैंण के पांच विधानसभा क्षेत्रों को जोड़े ने के लिए कहा. रिंग रोड प्रोजेक्ट देहरादून की मांग पर भी समझौता हुआ है. साथ ही, वह मोहकमपुर से अजबपुर तक एक खुला रास्ता बनाने के प्रस्ताव पर सहमत हुए. वह देहरादून-मसूरी रोड कनेक्टिविटी के 40 किमी लंबे प्रस्ताव पर भी सहमत हुए. सीएम ने खटीमा शहर के लिए भी रिंग रोड बनाने, हल्द्वानी बाइपास बनाने, पंतनगर एयरपोर्ट के लिए बाइपास बनाने के साथ ही चंपावत, लोहाघाट, पिथौरागढ़ में भी बाइपास बनाने का अनुरोध किया. 


राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि 2016 में केंद्र ने राज्य के छह राज्य राजमार्गों को खैरना-रानीखेत, बुआखाल-देवप्रयाग, देवप्रयाग-गजा-खाड़ी, पांडुवाखाल नागचुलाखाल-बैजरों, बिहारीगढ़-रोशनाबाद और लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-मोहन-रानीखेत को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का सैद्धांतिक अनुमोदन दिया था. इन मार्गों की अधिसूचना जारी करने का अनुरोध किया. सीएम ने भी 189 किमी का काठगोदाम-भीमताल-धानाचूली-मोरनौला-खेतीखान-लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की. 


एलिवेटेड रोड बनाने की मांग
सीएम ने मोहकमपुर आरओबी से अजबपुर आरओबी को एक एलिवेटेड रोड बनाने की मांग की. इसका अनुमानित खर्च 452 करोड़ रुपये होगा. उनका अनुरोध था कि इसे वर्ष 2024–25 की वार्षिक योजना में शामिल किया जाए. उन्हें देहरादून में वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 51.59 किमी लंबी देहरादून रिंग रोड का निर्माण करने का विचार आया. यह कार्य एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है.


चार-लेन का निर्माण कार्य चल रहा है
आशारोड़ी से झाझरा तक 12 किमी की कुल लंबाई में चार-लेन का निर्माण कार्य चल रहा है. मार्ग की डीपीआर बनाने के लिए अतिरिक्त कार्यों का संरेखण किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने 17.88 किमी लंबी ऋषिकेश बाइपास सड़क बनाने के लिए शेष कार्य की स्वीकृति के साथ सैद्धांतिक सहमति दी. इसमें 1432 करोड़ रुपये खर्च होंगे.


ट्रैफिक से छुटकारा मिलेगा
सीएम ने कहा कि मसूरी-देहरादून रोड के निर्माण से देहरादून शहर को भीड़भाड़ और ट्रैफिक से छुटकारा मिलेगा. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे और हिमाचल प्रदेश, पंजाब और अन्य राज्यों से मसूरी जाने वाले लोगों को देहरादून में प्रवेश किए बिना सीधे मसूरी भेजना आसान होगा. कनेक्टिविटी एन 7 पर झाझरा गोलचक्कर से शुरू होकर लाइब्रेरी चौक के पास मसूरी में समाप्त होगी. परियोजना की डीपीआर 3425 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर बनाई जा रही है. इस पर गडकरी ने सैद्धांतिक सहमति व्यक्त की है.