कौन सोता है ज्यादा, पुरुष या महिला? ये सवाल तो हम सबने कभी न कभी पूछा ही होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि विज्ञान ने इस सवाल का जवाब ढूंढ निकाला है? एक नई स्टडी ने इस रहस्य से पर्दा उठाया है.
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कौन सोता है ज्यादा, पुरुष या महिला? ये सवाल तो हम सबने कभी न कभी पूछा ही होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि विज्ञान ने इस सवाल का जवाब ढूंढ निकाला है? एक नई स्टडी ने इस रहस्य से पर्दा उठाया है और इसके नतीजे वाकई चौंकाने वाले हैं. आइए जानते हैं कि इस स्टडी में क्या खुलासा हुआ है.
नए अध्ययन से यह पता चला है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक नींद की आवश्यकता होती है क्योंकि उनका दिमाग पूरे दिन में ज्यादा एक्टिव और जटिल तरीकों से काम करता है. ड्यूक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन ने यह निष्कर्ष निकाला है कि नींद की कमी से महिलाओं में मानसिक तनाव, डिप्रेशन, गुस्सा और दुश्मनी का लेवल पुरुषों की तुलना में अधिक बढ़ जाता.
इस अध्ययन के अनुसार, महिलाओं का दिमाग एक समय में कई कामों (मल्टीटास्किंग) को संभालता है, जिसके कारण वे दिनभर में ज्यादा दिमाग शक्ति का उपयोग करती हैं. इसका मतलब है कि उनके दिमाग को पुरुषों की तुलना में अधिक समय की आवश्यकता होती है ताकि वह ठीक से आराम कर सके और दिनभर के कामों से उबर सके.
इसके अलावा, महिलाएं अपने जीवनकाल में कई बार हार्मोनल बदलावों से गुजरती हैं, जैसे कि मासिक धर्म, गर्भावस्था और मेनोपॉज. ये बदलाव भी उनके नींद के पैटर्न को प्रभावित करते हैं और उनके लिए बेहतर और अधिक नींद की जरूरत को बढ़ा देते हैं.
शरीर पर गलत प्रभाव
ड्यूक यूनिवर्सिटी के इस अध्ययन में बताया गया है कि नींद की कमी से महिलाओं में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नेगेटिव प्रभाव पड़ता है. जब वे पर्याप्त नींद नहीं ले पातीं, तो उन्हें चिंता, डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यह पुरुषों की तुलना में अधिक गहरा प्रभाव डालता है, क्योंकि उनका दिमाग अधिक जटिल और एक्टिव होता है.
डेली कितने घंटे सोना चाहिए?
एक्सपर्ट का कहना है कि महिलाओं को रोजाना कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद की जरूरत होती है, ताकि उनका दिमाग और शरीर पूरी तरह से उबर सके और उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत ठीक रह सके. अच्छी नींद महिलाओं को तनाव से लड़ने में भी मदद करती है और उनके पूरी सेहत को बेहतर बनाती है. इस अध्ययन से यह बात स्पष्ट होती है कि महिलाओं की नींद की आवश्यकताएं पुरुषों से अलग होती हैं और इसे ध्यान में रखकर उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है, ताकि वे हेल्दी और तंदुरुस्त रह सकें.