विजय आहूजा/ उधम सिंह नगर: उत्तराखंड में 16 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान है लेकिन जनता ने यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर का लगातार विरोध कर रही है. वहीं जनता के गुस्से को भुनाने में यहां की विपक्षी पार्टी कांग्रेस जुटी हुई है. सरकार द्वारा विद्युत वितरण व्यवस्था को निजी हाथों में दिए जाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज रुद्रपुर में उत्तराखंड पावर कारपोरेशन के अधीक्षण अभियंता के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार का पुतला भी फूंका है. 


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प्रीपेड मीटर योजना का कांग्रेस ने विरोध शुरू किया
पिछले दिनों निजी कंपनी के कुछ कर्मचारी रुद्रपुर की जगतपुरा के साथ ही मुखर्जी कालोनी में प्रीपेड मीटर लगाने गए थे लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा. अब सरकार की प्रीपेड मीटर योजना का कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शनकर सरकार का पुतला भी फूंका. पूर्व पालिका अध्यक्ष मीना शर्मा ने इस बारे में कहा है कि सरकार इस मीटर के जरिए जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि शासन की इस मनमानी के खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी. 


उपभोक्ताओं तक सस्ती बिजली पहुंच पाएगी
दरअसस, 16 लाख घरों पर प्रीपेड बिजली मीटर लगाने का काम प्रदेशभर में जल्द शुरू हो जाएगा. इसके कंट्रोल रूम यूपीसीएल मुख्यालय में स्थापित कर दिए गए हैं और ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रगति पर है, यह काम जल्दी खत्म हो जाएगा. भले ही इसका प्रदेश की जनता विरोध कर रही है लेकिन उपभोक्ताओं के लिए राहतभरी खबर ये है कि पूरे 24 घंटे का बिजली का दाम उन्हें एक जैसा ही नहीं देना होगा. दिन में यूपीसीएल सौर ऊर्जा खरीदता है इसकी कीमत केवल दो से ढाई रुपये प्रति यूनिट होती है ऐसे में दिन के समय में इसी हिसाब से उपभोक्ताओं तक सस्ती बिजली पहुंच पाएगी. 


रात में कम बिजली से पैसे बचाएं
वहीं, रात के समय कोयले और गैस की बिजली से आपूर्ति हेने कारण कीमत सात से आठ रुपये प्रति यूनिट पहुंच जाती है. खास बात ये है कि जिस घंटे जितनी बिजली किया जाएगा कीमत उसी हिसाब से अलग-अलग हो सकती है. दिन के समय कपड़े धोने से लेकर खेत में सिंचाई जैसे बड़े काम जिसमें ज्यादा बिजली खर्च होते हैं वो काम किए जा सकते हैं और रात में कम बिजली इस्तेमाल से पैसे बता सकते हैं. यूपीसीएल एमडी अनिल कुमार ने इस बारे में जानकारी दी है कि प्रीपेड मीटर लगाने की फी उपभोक्ता से नहीं लिया जाएगा. 


क्या-क्या फायदे होंगे
बिजली बिल का झंझट खत्म.
बिजली खपत की पूरी जानकारी मोबाइल पर एप पर होगी.
रियल टाइम उपभोग देखकर बिजली इस्तेमाल को मैनेज कर सकते हैं. 
हर माह मीटर रीडिंग से बचेंगे. 
बिल पर लगने वाले ब्याज या विलंब शुल्क से निजात. 
घर बैठे बिजली रिचार्ज कर पाएंगे. 
प्रीपेड मीटर लगाने पर बिजली दर में चार प्रतिशत की छूट. 
रात में बैलेंस खत्म होने पर बिना रुकावट बिजली आपूर्ति हो सकेगी.


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