लखनऊ में डोर-टू-डोर एंटिजन टेस्टिंग, लक्षण वाले रोगियों के नि:शुल्क जांच के आदेश
सूबे की राजधानी में अब डोर-टू-डोर और एंटीजन टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी. लक्षण वाले रोगियों का नि:शुल्क एंटीजन टेस्ट होगा. वहीं सर्विलांस टीम व टेस्टिंग टीम में अनुपस्थित रहने वालों के विरुद्ध की एपेडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही हो सकती है.
लखनऊ: सूबे की राजधानी में अब डोर-टू-डोर और एंटीजन टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी. लक्षण वाले रोगियों का नि:शुल्क एंटीजन टेस्ट होगा. वहीं सर्विलांस टीम व टेस्टिंग टीम में अनुपस्थित रहने वालों के विरुद्ध की एपेडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही हो सकती है. यह फैसले कलेक्टर सभागार में हुई मीटिंग में लिए गए हैं.
मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम, डीएम अभिषेक प्रकाश ने कोविड-19 महामारी पर प्रभावी रोकथाम के लिए समस्त बीएमसी, पीएचसी और सीएचसी के डॉक्टरों के साथ बैठक की. बैठक में अधिकारियों को खास दिशा-निर्देश दिए गए.
सर्विलांस टीम व टेस्टिंग टीम की समीक्षा की गई. साथ ही निर्देश दिए गए की डोर टू डोर सर्वे और सर्वे के बाद घरों पर स्टीकर लगाएं जाने की कार्यवाही को तेज किया जाए. एन्टीजन टेस्टिंग को भी बढ़ाया जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि अगर इसे सप्ताह तक गंभीरता से किया जाए तो कोरोना वायरस के चेन को रोका जा सकता है. स्वास्थ्य अधिकारियों को रोजाना 500 टेस्ट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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जिलाधिकारी द्वारा निर्देश की बीएमसी और सीएचसी के पास यदि कोई स्कूल व कॉलेज हो तो उसकी सूचना नगर आयुक्त दें. ताकि उसका सर्वे कराया कर उक्त स्थानों पर कलेक्शन पॉइंट बनाया जा सके. वहीं मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि शत प्रतिशत टेस्टिंग, शत प्रतिशत कांटेक्ट ट्रेसिंग व शत प्रतिशत डोर टू डोर सर्वे को सुनिश्चित किया जाए. सभी कर्मचारी/अधिकारी सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक अपने कार्यो में लगे रहें.
जिलाधिकारी ने कहा कि कंटेंनमेंट जोन में सर्वे के लिए एक दिन पहले ही टीमों के लिए मूवमेन्ट बना लें. शत-प्रतिशत आशा और एएनएम की उपस्थिति को सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने बताया कि प्रत्येक कंटेटमेंट जोन में 3 टीमें लगाकर काम किया जाए. डीएम निर्देश दिए कि गुरुवार से 600 सर्विलांस टीमें और टेस्टिंग टीमें बनाई गई हैं. उसमें जो भी एएनएम, आशा व शिक्षक लगाए गएं है वह सभी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें. अनुपस्थित रहने वालों के विरुद्ध एपेडेमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी. सभी टीमें सुबह 8 बजे अपने-अपने सेंटर पर पहुंच जाएं. 9 बजे से काम शुरू कर दें.