शाहजहांपुर: लॉकडाउन में घर वापसी पर प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए योगी सरकार की कोशिश उनके लिए संजीवनी साबित हुई है. शाहजहांपुर में लगभग 65 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को रोजगार देकर योगी सरकार ने उनकी रोजी-रोटी का प्रबंध करने में सफलता पाई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यहां प्रवासी मजदूर वक्त पर मजदूरी मिलने पर योगी सरकार का दिल से शुक्रिया अदा कर रहे हैं. शाहजहांपुर जिला प्रशासन की मशीनरी लगातार सरकार के आदेशों का पालन कर रही है. शाहजहांपुर के 15 ब्लॉक की 1077 ग्राम पंचायतों में 930 ग्राम पंचायतों में इस वक्त 1504 जगहों पर मनरेगा के तहत काम चल रहा है.


उत्तर प्रदेश में गैर जमानती होगा गोवंश की हत्या का अपराध, दोषी को 3 से 10 साल की सजा का प्रावधान


जिले में ज्यादातर काम दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को दिया जा रहा है. मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को 6 दिन के बाद उनका 220 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है. प्रशासन ने अब तक 19 करोड़ 82 लाख रुपए का भुगतान कर दिया है. मनरेगा के तहत काम को पूरा कराने के लिए रोजगार सेवक लगातार मेहनत कर रहे हैं.


शाहजहांपुर के मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के मुताबिक हर ब्लॉक की ग्राम पंचायतों पर रोजगार सेवक प्रवासी मजदूरों का डेटा इकट्ठा कर उन्हें रोजगार मुहैया करा रहे हैं. यहां मौजूदा वक्त में 1 लाख 48 हजार जॉब कार्ड एक्टिव हैं. जिला प्रशासन का कहना है कि मजदूरों को बड़े मस्टररोल देकर उनसे लंबा काम करवाया जा रहा है. ताकि ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को ज्यादा काम मिल सके.


WATCH LIVE TV