नई दिल्ली : पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित सम्मानित मशहूर कवि और गीतकार गोपालदास नीरज की मंगलवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई. उन्हें आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक, 94 साल के नीरज को फेफड़े में संक्रमण के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है. अस्पताल में बेटी कुंदनिका शर्मा (पूर्व पार्षद) नीरज के साथ हैं. वह सोमवार की रात ही अलीगढ़ से आगरा आए थे. डॉक्टर का कहना है उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है, हालत स्थिर है. 


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बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. मंगलवार को उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई. 'कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे' जैसे मशहूर गीत लिखने वाले नीरज को उनके बेजोड़ गीतों के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार भी मिला है. 


'पहचान' फिल्म के गीत 'बस यही अपराध मैं हर बार करता हूं' और 'मेरा नाम जोकर' के 'ए भाई! ज़रा देख के चलो' ने नीरज को कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाया. उनके एक दर्जन से भी अधिक कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. उनका जन्म 4 जनवरी, 1924 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पुरावली गांव में हुए था.