आजमगढ़: कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया में जमकर कहर मचाया है. लाखों लोग इस महामारी में असमय काल के गाल में समा चुके हैं. करोड़ों का रोजगार छिन गया है. फिल्म और टीवी इंड्रस्ट्री को भी कोरोना पैनडेमिक ने काफी ज्यादा प्रभावित किया है. फिल्मों और टीवी सीरियल्स की शूटिंग बंद है. मायनगरी मुंबई में फिल्म और टीवी उद्योग से जुड़े कर्मियों के सामने भी आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. इसका उदाहरण आजमगढ़ में देखने को मिला है, जहां ''बालिका वधु'' और ''कुछ तो लोग कहेंगे'' जैसे मशहूर टीवी सीरियल्स के निर्देशक रह चुके राम वृक्ष गौड़ आज सब्जी बेचने को मजबूर हैं.


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राम वृक्ष को अपने परिवार का पेट पालने के लिए यह काम करना पड़ रहा है. डायरेक्टर राम वृक्ष गौड़ का कहना है कि रियल लाइफ और रील लाइफ दोनों अलग-अलग होती हैं. वह अपने बच्चे को परीक्षा दिलाने गृह जनपद आजमगढ़ आए थे. तब तक कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया. फ्लाइट और ट्रेन सर्विस बंद हो गई. राम वृक्ष अब मुंबई नहीं जा पा रहे हैं. राम वृक्ष ने यशपाल शर्मा, मिलिंद गुणाजी, राजपाल यादव, रणदीप हुडा, सुनील शेट्टी जैसे बड़े कलाकारों की फिल्म में बतौर सहायक निर्देशक का काम भी किया. उन्हें फिल्मों में काम करने का 22 साल का अनुभव है.


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आजमगढ़ जिले के निजामाबाद कस्बे के फरहाबाद निवासी राम वृक्ष 2002 में अपने दोस्त की मदद से मुंबई पहुंचे थे. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में खुद को बनाए रखने के लिए काफी मेहनत की. राम वृक्ष पहले बिजली विभाग में काम किया, इसके बाद टीवी प्रोडक्शन में आ गए. अनुभव बढ़ता गया तो निर्देशन करने का मौका मिला. डायरेक्शन का काम राम वृक्ष गौड़ को पसंद आ गया और उन्होंने इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया. लेकिन कोरोना की मार इस इंडस्ट्री पर इस कदर पड़ी कि उन्हें आज अपने परिवार का पेट पालने के लिए ठेले पर घूम-घूम कर सब्जी बेचनी पड़ रही है.


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