प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सोमवार शाम दबंगों ने पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी. एक पक्ष का धान लदा ट्रैक्टर-ट्रॉली दूसरे पक्ष के दरवाजे से गुजर रहा था. दूसरे पक्ष ने किसी बात को लेकर इसका विरोध किया. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. दूसरे पक्ष के दबंगों ने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

घटना की सूचना पाकर मौके पर एसपी व अन्य अधिकारी पहुंचे. ग्रामीण प्रदर्शन की तैयारी में थे. गांव में तनाव का माहौल था. पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए तत्काल दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज​ दिया. गांव में हालात को देखते हुए कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. 


FIR दर्ज होने पर बोले मुनव्वर राणा- मेरी कलम पजामे में नाड़ा डालने के लिए नहीं, बयान पर हूं कायम


ट्रैक्टर-ट्रॉली गुजरने को लेकर हुआ विवाद
प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूरी पर स्थित है हथिगवां थाना क्षेत्र का बलीपुर गांव. सोमवार को गांव निवासी शीतला सिंह अपने बेटे डब्लू सिंह के साथ खेत में धान की पिटाई के बाद फसल ट्रैक्टर ट्रॉली पर लादकर अपने घर ले जा रहे थे. लेकिन पड़ोसी राजेंद्र सिंह ने अपने घर के सामने से ट्रैक्टर ट्रॉली ले जाने से पिता-पुत्र को रोक दिया. इस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी. थोड़ी देर में मामला बढ़ गया और मारपीट होने लगी. इसी बात को लेकर शीतला सिंह ने राजेन्द्र सिंह और उनके बेटे अभय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी.


गांव में 12 थानों की पुलिस फोर्स तैनात
घटना की सूचना मिलने पर एसआई सूर्य प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने पिता-पुत्र के शवों को कब्जे में लेकर तत्काल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. एसपी अनुराग आर्य, सीओ कुंडा जितेंद्र सिंह परिहार, एएसपी पश्चिमी दिनेश चंद्र द्विवेदी भी मौके पर पहुंचे. गांव में तनाव के कारण करीब 12 थानों की फोर्स तैनात की गई. आरोपी शीतला सिंह की तलाश जारी है. आपको बता दें कि साल 2013 में इसी गांव में एक हत्या के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने पहुंचे तत्कालीन सीओ जियाउल हक की दंबंगों ने हत्या कर दी थी.


WATCH LIVE TV