महोबा: महोबा के पुलिस कप्तान रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 और आईपीसी की धारा 387, 307 और 120-B के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. एफआईआर लखनऊ के नीतीश पांडेय की शिकायत पर दर्ज की गई है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीते 9 सितंबर को आईपीएस मणिलाल पाटीदार सस्पेंड कर दिए गए थे.


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पी.पी. पांडेय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लिमिटेड के निदेशक नीतीश पांडेय ने महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के अलावा चरखारी थाने के निरीक्षक राकेश कुमार सरोज और खरेला के उप निरीक्षक राजू सिंह के खिलाफ भी जिले के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया है. महोबा में एसपी रहे मणिलाल पाटीदार पर क्रशर कारोबारियों से अवैध वसूली का आरोप लगा था.


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आईपीएस मणिलाल पर लगे हैं अवैध वसूली के आरोप
आईपीएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले नीतीश पांडेय के मुताबिक पीपी पांडेय इन्फ्रास्ट्रक्चर की 46 गाड़ियां बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में गिट्टी ढुलाई के काम में लगी हुई हैं. सिपाही राजकुमार कश्यप ने अमित तिवारी को फोन कर 29 और 30 मई को तत्कालीन एसपी मणिलाल से नीतीश पांडेय की मुलाकात कराई. एसपी ने उनसे हर माह दो लाख रुपए की मांग की थी. जांच में चरखारी के तत्कालीन निरीक्षक राकेश कुमार सरोज, एसओ खरेला रहे राजू सिंह की भी संलिप्तता पाई गई थी.


प्रयागराज एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित भी संस्पेंड हैं
इससे पहले योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे महोबा के पूर्व एसपी मणि लाल पाटीदार और प्रयागराज के पूर्व एसएसपी अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ विजिलेंस से जांच कराने का आदेश दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों निलंबित अफसरों की संपत्तियों की जांच के आदेश भी दिए हैं. अभिषेक दीक्षित और मणिलाल पाटीदार को सस्पेंड करने के बाद पुलिस मुख्यालय अटैच कर दिया गया है. प्रयागराज एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित पर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं.


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