Kisan Mahapanchayat: राकेश टिकैत को एक घंटे में छोड़ो वरना आंदोलन, नोएडा में नाराज किसानों का अल्टीमेटम
Greater Noida Kisan Mahapanchayat: ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर आज किसानों की महापंचायत होने वाली है. राकेश टिकैत ने संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में इस महापंचायत का आह्वान किया है. किसानों की इस महापंचायत में यूपी ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में किसानों के शामिल होने की संभावना है. पढ़िए
Greater Noida Kisan Mahapanchayat: संयुक्त किसान मोर्चे के किसान नेताओं की गिरफ्तारी पर फिर बवाल होने वाला है. इस मसले पर ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर आज किसानों की महापंचायत होने वाली है. इसकी अगुवाई राकेश टिकैत करेंगे. इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों के किसानों के शामिल होने की संभावना है. इस बीच राकेश टिकैत को टप्पल में रोक लिया गया है. जिससे किसानों में नाराजगी है. नाराज किसानों ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है. किसानों का कहना है कि अगर 1 घंटे में राकेश टिकैत पंचायत में नहीं पहुंचे तो दलित प्रेरणा स्थल के लिए पैदल कूच करेंगे. भारतीय किसान यूनियन टिकैत (BKU) ने इस महापंचायत का ऐलान किया है. वहीं, सिसोली पंचायत से चौधरी नरेश टिकैत ने लोगों से ट्रैक्टरों से नोएडा पहुंचने की अपील की है.
उधर, राकेश टिकैत ने भी किसानों से एकजुटता दिखाने और सरकार पर दबाव बनाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि किसान नेताओं की गिरफ्तारी को सरकार की तरफ से किसान आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास माना जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर पंचायत में चर्चा होगी साथ ही आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति भी बनाई जाएगी.
क्या है महापंचायत का मकसद?
दरअसल, किसानों की इस महापंचायत का मकसद किसानों की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाना और किसानों के मुद्दों को सरकार के सामने रखना है. जिसके लिए किसान नेता किसानों से एकजुटता दिखाने की अपील कर रहे हैं. इस महापंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला प्रवक्ता सुनील प्रधान ने कहा कि किसानों को अपनी एकजुटता बनाए रखने के साथ ही संघर्ष को और तेज करने का संदेश दिया जाएगा. उधर, किसान नेताओं की मानें तो उनकी गिरफ्तारी किसानों के आंदोलन को कमजोर करने के उद्देश्य से की गई है, इसके बावजूद वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
आगे की रणनीति पर होगी चर्चा
माना जा रहा है कि किसानों की इस महापंचायत में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की अपनी आवाज और भी मजबूती से उठाने का संदेश दिया जाएगा. किसान नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों के मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है. ऐसे में ये महापंचायत सरकार को एक मजबूत संदेश देगी.
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