Jewar Airport Noida: जेवर एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है. ग्रेटर नोएडा में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट को इंडियन ऑयल कॉपोरेशन लिमिटेड (IOCL) ईंधन देगा. इसके लिए इंडियन ऑयल नोएडा एयरपोर्ट पर तीन ईंधन स्‍टेशन भी बनाए गए. नोएडा एयरपोर्ट पर तीन स्‍थानों पर फ्यूल विमानों में भरे जा सकेंगे. इसके लिए इंडियन ऑयल से 30 साल का समझौता हुआ है. 


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इंडियन ऑयल और एयरपोर्ट अथॉरिटी से करार 
दरअसल, नोएडा एयरपोर्ट और इंडियन ऑयल के बीच एक समझौता हुआ है. इसके मुताबिक, इंडियन ऑयल नोएडा एयरपोर्ट परिसर में तीन फ्यूल स्‍टेशन तैयार करेगा. पहला मुख्‍य पश्चिमी मार्ग के पास, दूसरा एयरसाइड और पूर्वी कार्गो परिसर के पास ईंधन स्‍टेशन होगा. 30 सालों तक विमानों को ईंधन सप्‍लाई करेगा. 


इसी साल तक परिचालन शुरू होने की उम्‍मीद 
बता दें कि नोएडा एयरपोर्ट पर परिचालन 2025 में शुरू होने वाला है. माना जा रहा है कि अप्रैल 2025 में इसे उड़ानों के लिए खोला जा सकता है. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बताया कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ सहयोग एनआईए की परिचालन तत्परता की यात्रा में एक बड़ी उपलब्धि है. 


इंडियन ऑयल के अलावा इनको भी सप्‍लाई की जिम्‍मेदारी 
जेवर एयरपोर्ट पर सिर्फ इंडियन ऑयल को ही तेल आपूर्ति की जिम्‍मेदारी दी गई है. इसके अलावा भी कई कंपनियां हैं जिन्‍हें एयरपोर्ट पर ईंधन सप्‍लाई के काम से जोड़ा जाएगा. जैसे टाटा पॉवर को इस एयरपोर्ट पर विंड और सोलर एनर्जी की सप्‍लाई का काम दिया गया है. इसके अलावा विमानों के लिए एयर टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ की सप्‍लाई का जिम्‍मा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) को दिया गया है.


 



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