Jewar Airport: नोएडा एयरपोर्ट पर पहला विमान उतरने को तैयार, दिवाली के साथ ही गुड न्यूज
Jewar Hindi Airport: नोएडा एयरपोर्ट के रनवे पर उपकरणों की चार दिन की जांच पूरी हो चुकी है. इस जांच में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और प्रिसिजन अप्रोच पाथ इंडिकेटर का सफलतापूर्वक कैलिब्रेशन किया गया. अप्रैल 2024 से एयरपोर्ट का कमर्शियल संचालन प्रारंभ होने की योजना है.
Jewar Airport: यूपी में हवाई यातायात को नई गति मिलने जा रही है. यह प्रोजेक्ट प्रदेश को भारी राजस्व देने की संभावना रखता है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी. साथ ही, यह एयरपोर्ट स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर स्थापित उपकरणों की जांच सफलतापूर्वक समाप्त हो गई है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा तीन दिनों तक किंग एयर 360 ईआर विमान की सहायता से इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) और प्रिसिजन अप्रोच पाथ इंडिकेटर (PAPI) का परीक्षण किया गया.
विमानों का कब से होगा ट्रायल ?
इस परीक्षण के बाद 15 नवंबर से एयरपोर्ट के रनवे पर विमानों का ट्रायल शुरू किया जाएगा. इसके अलावा, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को रिपोर्ट सौंपकर लाइसेंस के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. यह ट्रायल 15 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का लैंडिंग और टेकऑफ का परीक्षण होगा.
17 अप्रैल से एयरपोर्ट का संचालन,
जेवर एयरपोर्ट का कमर्शियल संचालन 17 अप्रैल 2024 से शुरू होने की योजना है. इस तारीख से पहले एयरपोर्ट को सभी आवश्यक अनुमतियां और प्रमाणपत्र प्राप्त करने होंगे. अगर किसी कारण से सभी अनुमतियां समय पर प्राप्त नहीं हो पाती हैं, तो संचालन शुरू करने में छह महीने का विलंब हो सकता है. इसीलिए उपकरणों की टेस्टिंग को गंभीरता से लिया जा रहा है ताकि कोई भी कमी न रह जाए और एयरपोर्ट का कमर्शियल संचालन समय पर शुरू हो सके.
30 नवंबर तक सफल ट्रायल के बाद उड़ान शुरू होगी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कमर्शियल संचालन अप्रैल से शुरू किए जाने की योजना है, लेकिन यह तभी संभव है जब ट्रायल की प्रक्रिया 30 नवंबर तक पूरी हो जाए. 30 नवंबर की ट्रायल डेडलाइन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके बाद फाइनल ट्रायल शुरू होगा, और तब तक सभी प्रकार के उपकरणों की जांच और डेटा का परीक्षण किया जाता रहेगा.इससे पहले, इस साल 21 अप्रैल को पहली बार रनवे पर विमान उड़ाया गया था. इसके बाद, एटीसी टावर के उपकरणों की जांच के लिए भी विमान उड़ाकर टेस्टिंग की गई थी. अब ट्रायल से जुड़े सभी उपकरणों का सेट-अप और जांच प्रक्रिया जारी है. इसी सिलसिले में एयरपोर्ट पर उपकरणों की जांच के लिए कैलिब्रेशन फ्लाइट की टेस्टिंग की जा रही है, जिससे सभी उपकरण सही ढंग से काम कर सकें और अप्रैल तक एयरपोर्ट पूरी तरह से कमर्शियल संचालन के लिए तैयार हो सके.
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